डॉक्टर विभूति प्रसन्न सिन्हा इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के नए डायरेक्टर बनाए गए हैं। वे आईजीआईएमएस के क्षेत्रीय चक्षु संस्थान में चीफ हैं। विभूति प्रसाद सिन्हा को अपना पदभार देते हुए आईजीआईएमएस के पूर्व निदेशक डॉ. विश्वास ने कहा कि डॉ. विभूति बहुत ही मेहनती और काबिल डॉक्टर हैं। उनकी देख-रेख में आईजीआईएमएस का चक्षु संस्थान काफी आगे बढ़ा और वे उस डिपार्टमेंट के हेड ऑफ डिपार्टमेंट बने। डॉक्टर सिन्हा की देखरेख में सैकड़ों सफल कार्निया ट्रांसप्लांट किया गया। हाल में मुजफ्फरपुर मोतियाबिंद के गलत ऑपरेशन के शिकार कई मरीजों की सर्जरी की।

बता दें कि डॉ. सिन्हा जबलपुर मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की है। इसके बाद इन्होंने 2002 में आईजीआईएमएस के नेत्र रोग विभाग में सीनियर रेजिडेंट के पद पर ज्वाइन किया। 2007 में इंचार्ज रजिस्टार और फैकेल्टी इंचार्ज बनने के बाद वे विभाग के एचओडी के साथ डिप्टी डायरेक्टर के पद पर पहुंचे।

जब बिहार में नेत्रदान के इच्छुक व्यक्तियों का नेत्रदान संभव नहीं हो पा रहा था, वैसे समय में डॉक्टर विभूति ने आईजीआईएमएस में नेत्रदान की शुरुआत कराई. और यहां कॉर्निया ट्रांसप्लांट होने लगा। यहां अब तक 150 नेत्र प्रत्यारोपण किए जा चुके हैं। आईजीआईएमएस में आंखों का काफी बड़ा अस्पताल बन रहा है। डॉ. विभूति के आईजीआईएमएस के डायरेक्टर बनने के बाद इस निर्माण कार्य को काफी ताकत मिलेगी।

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