• जल-जीवन-हरियाली अभियान की समीक्षा की

संवाददाता.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल-जीवन-हरियाली अभियान की समीक्षा की। उऩ्होंने जल-जीव-हरियाली अभियान की सूचना प्रबंधन प्रणाली एवं मोबाइल ऐप का लोकार्पण भी किया। अधिकारियों को निर्देश दिया कि सार्वजनिक कुओं की मरम्मति का कार्य मार्च तक पूरा करें। सार्वजनिक चापाकल हर हाल में चालू रहे, इसके मेंटेनेंस को लेकर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग लगातार काम करे। चापाकल एवं कुआं के किनारे सोखता का निर्माण करें। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि, राजगीर के ऑर्डिनेंस फैक्ट्री परिसर में जल संचयन के लिए बड़ा और सुंदर तालाब का निर्माण कराया गया है, इस मॉडल के आधार पर अन्य जिलों में भी पहाड़ों के किनारे-किनारे तलहटी क्षेत्र में जल संचयन की संभावनाओं को तलाशें और इसी तरह का निर्माण कराएं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह स्पष्ट कर दिया कि राजगीर मॉडल को अन्य जिलों के पहाड़ी इलाकों में भी लागू करें। सीएम नीतीश ने इसके साथ ही सौर ऊर्जा के उपयोग एवं उसके उत्पादन तथा ऊर्जा की बचत के लिए लोगों को प्रेरित करने, स्ट्रीट लाइटों को जलाने के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने अतिक्रमण मुक्त कराए गए जल संचयन क्षेत्रों के किनारे बसे गरीब लोगों के पुनर्वास को लेकर भी व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। जल-जीवन-हरियाली अभियान की विभिन्न योजनाओं पर तेजी से कार्य पूर्ण करने का भी निर्देश उन्होंने दिया।

 

 

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