संवाददाता. पटना
बिहार का मुख्यमंत्री बनने के 15 दिन बाद यानी 24 अगस्त को बुधवार को नीतीश कुमार ने बिहार विधान सभा में विश्वासमत हासिल कर लिया। 241 सदस्यों वाली विधानसभा में उन्हें 160 विधायकों का समर्थन मिला। हालांकि सरकार के समर्थन में 165 विधायक थे, लेकिन चार विधायक अनुपस्थित रहे। डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी ने भी वोट नहीं डाला। विपक्षी पार्टी भाजपा के विधायक वोटिंग के समय सदन से वॉकआउट कर गए।
संख्या गिनने की बात पर भड़क उठी भाजपा
विधानसभा में विश्वास मत पर बहस के समय एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल ने नीतीश कुमार का समर्थन किया। वोटिंग को लेकर विधान सभा में तब विचित्र स्थिति हो गई जब भाजपा के नेताओं ने कहा कि हम तो वोटिंग की मांग ही नहीं कर रहे हैं। नतीजा विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग कराने को लेकर सत्ता पक्ष और भाजपा में तकरार की स्थिति बन गई। संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी से कहा कि सदस्यों की संख्या गिन लीजिए। सत्ता पक्ष की इस मांग पर भाजपा के तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि हम तो वोटिंग की मांग ही नहीं कर रहे हैं, फिर गिनती क्यों? डिप्टी स्पीकर ने कहा कि काउंटिंग कराने में हर्ज ही क्या है? उन्होंने जैसे ही काउंटिंग का आदेश दिया कि भाजपा के विधायक विरोध में वाकआउट कर गए।
तेजस्वी बोले- भाजपा के तीन जमाई… ईडी, आयकर और सीबीआई
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सदन में भाषण देते हुए कहा कि भाजपा के तीन जमाई ईडी, आयकर और सीबीआई। इस पर भाजपा के विधायकों को गुस्सा चढ़ गया और उन्होंने इसे कार्यवाही से हटाने की मांग की।
अब महागठबंधन में आ गया हूं, तो यहां से कहीं नहीं जाऊंगा- नीतीश कुमार
तेजस्वी यादव के बाद नीतीश कुमार ने विधान सभा में भाषण दिया। नीतीश कुमार ने कहा कि दिल्ली से सिर्फ प्रचार हो रहा है। कोई काम नहीं हो रहा है। हर घर नल-जल दिल्ली से शुरू होने की बात कही गई थी, लेकिन हमने कहा कि नहीं ये बिहार से शुरू हुआ। पैसा लेकर इस योजना को दिल्ली की स्कीम बताने को कहा गया, लेकिन हमने मना किया। हमने पटना यूनिवर्सिटी को सेंट्रल यूनिवर्सिटी बना दीजिए, लेकिन वे नहीं माने। मेरे खिलाफ भाजपा के लोग जितना बोलेंगे, उतना ही केंद्र वाला उन्हें आगे बढ़ाएगा। दिल्ली के आदेश पर ही वॉकआउट कर रहे हैं। आइए मिलकर काम करें। जब आपके साथ थे तो कामों का प्रचार होता था। अब क्या हो रहा है, सभी देख रहे हैं। विधानसभा चुनाव में साजिश की गई कि बिहार में जदयू खत्म हो जाए। हमको अच्छा नहीं लग रहा था। अब महागठबंधन में आ गया हूं, तो यहां से कहीं नहीं जाऊंगा। उन्होंने कहा कि सभी लोग एकजुट हो जाएं, तो ये कहीं नहीं टिकेंगे। एक-एक गांव और एक-एक घर में हम अपनी बात रखेंगे। ये समाज में झगड़ा कराना चाहते हैं।
मैं इस्तीफे से पहले जवाब देना चाहता था- विजय सिन्हा
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही स्पीकर विजय सिन्हा ने विधानसभा स्पीकर पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव लाना उचित नहीं था। यह नियमानुकूल नहीं है, फिर भी मैं अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं।विजय सिन्हा ने कहा कि नई सरकार के गठन के बाद मैं खुद स्पीकर पद छोड़ देता, लेकिन 9 अगस्त को मुझे पता चला कि मेरे खिलाफ सचिव को अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस भेजा गया। इसी वजह से मैं इस्तीफे से पहले इसका जवाब देना चाहता था।