• विधान सभा मार्च को निकले राजद कार्यकर्ताओं पर बंगला चौराहा पर लाठीचार्ज, कार्यकर्ताओं ने किया पथराव, कई के सिर फटे
  • विधान सभा में दिन भर हंगामा, नारेबाजी, विधेयक को फाड़ा, स्पीकर को बंधक बनाया पर सरकार ने पास कराया पुलिस विधेयक

 

पटना.

बिहार की राजनीति सुबह से ही खूब गर्म रही। डाकबंगला चौराहा पर राजद कार्यकर्ताओं ने विधान सभा मार्च के दौरान पुलिस पर पथराव किया तो पुलिस ने पानी की बौछार छोड़ने के बाद लाठीचार्ज भी किया। कई कार्यकर्ताओँ और पुलिसकर्मियों को इसमें चोटें आईं। लेकिन बिहार विधान सभा मे जो हुआ वह बिहार की राजनीति का नया इतिहास बन गया। विधान सभा मेें विधायकों को पीटा गया।

राजद का मुखपत्र

सुबह तेजस्वी यादव ने 10 बजे राबड़ी देवी के आवास पर प्रेस कांफ्रेस किया और उसी समय कह दिया कि बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 जो सरकार लाने वाली है वह फाड़ने लायक है। सुबह राजद के तेजस्वी यादव सहित कई नेताओं ने संयुक्त रुप से  प्रेम कुमार मणि द्वारा संपादित राजद का मुखपत्र  राजद समाचार  का लोकार्पण किया।

पुलिस ने किया लाठीचार्ज, कार्यकर्ताओं ने किया पथराव

सुबह 11 बजे से ही राजद कार्यकर्ता पटना के गांधी मैदान के पास जेपी गोलंबर पर पहुंचने लगे। युवाओँ को रोजगार देने सहित कई मांगे के साथ तेजस्वी और तेजप्रताप 12 बजे के लगभग वहां पहुंचे। थोड़ी बहुत झड़प गांधी मैदान के पास ही पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच हुई। लेकिन फिर हुजूम आगे बढ़ने दिया गया। डाकबंगला चौराहा पर पुलिस बल की भारी तैनाती थी। तेजस्वी और तेजप्रताप पिकअप वैन पर सवार थे। डाकबंगला चौराहा पर उन्हें पुलिस ने इससे नीचे उतरने नहीं दिया। बाकी कार्यकर्ता आगे बढ़ने के प्रयास में पुलिस से भिड़ गए। झड़प हुई। लाठीचार्ज हुआ और फिर कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच पथराव भी होने लगे। अंत में तेजस्वी- तेजप्रताप सहित कई कार्यकर्ताओँ ने गिरफ्तारी दी।

विधान सभा में ऐसा कभी नहीं हुआ

बिहार विधान सभा में विपक्षी विधायकों ने विधान सभा अध्यक्ष को बंधक बनाया तो मार्शल ने विधायकों को सदन से उठाकर बाहर फेंक दिया। कुछ को तो जूते से पीट दिया गया। ऐसा दृश्य कभी बिहार विधान सभा में नहीं दिखा। पूरा बवाल पुलिस अधिनियम बिल 2021 को वापस लेने की मांग के साथ हुआ। सरकार इसे पास कराने पर अड़ी रही और विपक्ष का हंगामा होता रहा। स्पीकर ने चार बार सदन की कार्यवाही स्थगित की। विरोध इतना हुआ कि कुर्सी, मेज सब पटके गए। राजद और कांग्रेस के आधा दर्जन विधायकों ने  विधान सभा अध्यक्ष की कुर्सी को घेर लिया। प्रेम कुमार जब स्पीकर की कुर्सी पर बैठे तो विपक्ष के एक दर्जन विधायक वेल में आ गए और  विधेयक की प्रति फाड़ दी। राजद विधायक भाई वीरेन्द्र ने तो रिपोर्टर टेबल पर चढ़ कर इस विधेयक के विपक्ष में वोटिंग तक करा दी। सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। सदन जब फिर से शुरू हुआ तो और तेज हंगामा हुआ।

 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पुलिस बिल के पक्ष में तर्क दिया कि यह लोगों को कष्ट देने वाला नहीं बल्कि लोगों की रक्षा करने वाला कानून होगा। सदन में पुलिस बिल पास करा लिया गया। नीतीश कुमार ने स्पीकर विजय कुमार सिन्हा को बधाई दी।

 

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