• -लाठी के बल पर धरनास्थल को खाली कराया, कई को आई हैं चोट
  • नियोजित शिक्षक अभ्यर्थी नियोजन प्रक्रिया जल्द पूरी करने की कर रहे हैं मांग

कपकपती ठंड के बीच पटना में नियोजित शिक्षक अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठियां बरसायी। पुलिस ने गर्दनीबाग स्थित धरना स्थल पर टेंट के अंदर घुस कर अभ्यर्थियों को पीटा और वहां से खदेड़ दिया। बताया गया की इसमें लगभग दो दर्जन लोगों को चोटें आयी हैं। ये पंचाायत चुनाव से पहले बहाली प्रक्रिया पूरी करने की मांग कर रहे थे। बिहार के विभिन्न जिलों से चार-पांच हजार अभ्यर्थी पटना में सोमवार से धरना दे रहे थे। घायल लोगों में महिलाएं और दिव्यांग भी शामिल हैं।

संगठन के औरंगाबद जिलाध्यक्ष इंद्रजीत कुमार ने बताया कि वे सभी प्रशासन से अनुमति लेकर सोमवार से धरना दे रहे थे। मंगलवार को लगभग साढ़े तीन बजे सैकड़ों पुलिसकर्मी आए और दोनों गेट बंद कर  दिया। इसके बाद टेंट के अंदर घुस कर पीटने लगे। पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। जैसे तैसे हम सभी भागे। औरंगाबाद की वंदना कुमारी लाठीचार्ज में बेहोश हो गई। उन्हें गर्दनीबाग अस्पताल ले जाया गया। वैैशाली के रवि को दोनों पैर और हाथ में गंभीर चोटें आई हैं। दोनों पैर से दिव्यांग छोटू को उसकी मां गोद में उठाकर चलती है। छोटू पर भी पुलिस ने लाठियां चलाई।

देर शाम नियोजित शिक्षक अभ्यर्थियों का शिष्ट मंडल नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मिला। तेजस्वी यादव ने कहा कि आंदोलनकारियों से मुलाकात में अधिकारियों से बात कर गिरफ्तार आंदोलनकारियों के बात कर गिरफ्तार आंदोलनकारी नेताओं को छोड़ने, केस वापस लेने और प्रदर्शनकारियों को वापस धरना स्थल भेजने का आश्वासन मिला है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो मैं स्वयं धरना स्थल जाऊंगा। सरकार कब तक बेरोजगारों को सड़क पर रख लाठीचार्ज करती रहेगी?

तेजस्वी यादव ने कहा कि नियुक्ति की आस में पटना में धरना- प्रदर्शन कर रहे 94 हजार शिक्षक अभ्यर्थियों पर नीतीश कुमार द्वारा बर्बरतापूर्ण तरीके से लाठीचार्ज करा रात्रि में उनकी रसोई और पंडाल को उखड़वना घोर अलोकतांत्रिक और निंदनीय है।

लाठीचार्ज के बाद अभ्यर्थियों ने कहा है कि सरकार नियोजन की पूरी प्रक्रिया को पंचायत चुनाव में उलझाना चाहती है जबकि हाईकोर्ट का निर्देश है कि बहाली जल्द की जाए।

दो दिनों से धरना स्थल पर बैठे धरनार्थियों कई तरह के पोस्टर लेकर बैठे दिखे- करो या मरो बहल से कम कुछ नहीं, हम मर जाएंगे लेकिन बहल लेकर रहेंगे, पंचायत चुनाव से पहले बहाली करो, जल्द बहाली नहीं होने पर आत्मदाह करेंगे।

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