• संवाददाता.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं पटना रिंग रोड परियोजना और निर्माणाधीन कच्ची दरगाह-बिदुपुर 6 लेन गंगा पुल का निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री ने पटना रिंग रोड परियोजना के कन्हौली से अजमा तक निर्माणाधीन पथ का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने पटना रिंग रोड के कार्यों की समीक्षा भी की। पटना रिंग रोड 137 किलोमीटर लंबा, लगभग 15,000 करोड़ की लागत से बनने वाली परियोजना है, जो राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार के सहयोग से बन रही है। इस परियोजना में गंगा नदी पर दो पुल बनाए जाने हैं एवं 6-लेन सड़क बनायी जानी है। उल्लेखनीय है कि बिहटा-सरमेरा, राज्य उच्च पथ सं0-78 की कुल लंबाई 95 किलोमीटर है। इसके शुरूआती 39 किलोमीटर में कन्हौली से लेकर रामनगर तक पटना रिंग रोड के दक्षिणी हिस्से का निर्माण होना है। राज्य सरकार द्वारा इस हिस्से के कन्हौली से डुमरी तक पथ को 10 मीटर चैड़ा बनाया जा रहा है, जिसमें सदीसोपुर और डुमरी में आर0ओ0बी0 का निर्माण किया जा रहा है। पटना रिंग रोड के पैकेज-1 कन्हौली से रामनगर तक 39 किलोमीटर लंबा अतिरिक्त 6-लेन रोड एन0एच0ए0आई0 द्वारा बनाया जायेगा। इस प्रकार कन्हौली से रामनगर तक 8-लेन एन0एच0ए0आई0 चौड़ा पथ बनेगा। कन्हौली से रामनगर तक 39 किलोमीटर लंबे 6-लेन पथ निर्माण के लिए निविदा जारी की गयी है, जिसमें 7 निविदायें प्राप्त हुई हैं। इसका शीघ्र निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। इस प्रकार कन्हौली से रामनगर 38 किलोमीटर लंबा 8-लेन चैड़ा पथ दो साल में बनकर तैयार हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के क्रम में निर्माण कार्य में और तेजी लाने एवं अवशेष लंबाई में भू-अर्जन को शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि पटना रिंग रोड जिस-जिस स्थान पर राष्ट्रीय उच्च पथ या राज्य उच्च पथों से मिलेगा उन सभी स्थानों पर रिंग रोड को एलिवेट करके बनाया जाए ताकि जाम की समस्या नहीं रहे। इन सभी जंक्शनों पर फलाई ओवर बनाने का भी मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया।
निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने अजमा ग्राम के ग्रामवासियों से बातचीत की, उनकी समस्याओं को सुना तथा इस संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने वहाॅ मौजूद ग्रामीणों से कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मास्क पहनने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने कच्ची दरगाह-विदुपुर, 6-लेन पुल का भी निरीक्षण किया। सबलपुर में निर्माणाधीन कार्यों को भी मुख्यमंत्री ने देखा। निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि लगभग तीन हजार से अधिक मजदूर वहाॅ कार्यरत हैं एवं सभी 67 पायों में कार्य चल रहा है। निर्माण कार्य की प्रगति भी तेज है। सम्पूर्ण 19.5 किलोमीटर पथांश में भूमि की उपलब्धता करा दी गई है। दिसम्बर 2021 तक इसे पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के क्रम में निर्देश देते हुए कहा कि उत्तरी छोर से इस पथ को वैशाली तक जोड़ा जाय, साथ ही पूर्व की ओर ताजपुर तक जोड़ा जाए ताकि बख्तियारपुर-ताजपुर परियोजना से भी इसका सम्पर्क हो सके। उन्होंने कहा कि वैशाली तक संपर्कता हो जाने से पर्यटकों को सहूलियत होेगी।
निरीक्षण के समय पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, मुख्य सचिव दीपक कुमार, अपर मुख्य सचिव पथ निर्माण विभाग अमृत लाल मीणा, सचिव परिवहन संजय कुमार अग्रवाल, पुलिस महानिरीक्षक पटना रेंज संजय सिंह, जिलाधिकारी कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित पथ निर्माण विभाग के अन्य अधिकारीगण, वरीय अभियंता मौजूद थे।

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