• प्रोफेसर आनंद कुमार ने लोगों सेआह्वान किया कि आजादी की रक्षा के लिेए आगे आएं
संवाददाता.
वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण को अवमानना केस में सुप्रीम कोर्ट ने दोषी करार दिया है। ट्वीट मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने वकील प्रशांत भूषण को कोर्ट की अवमानना का दोषी माना है। अब सजा पर सुनवाई 20 अगस्त को होगी।
इस मामले की सुनवाई के दौरान प्रशांत भूषण ने कहा था कि ट्वीट भले ही अप्रिय लगे, लेकिन अवमानना नहीं है।
गौरतलब है कि चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) एसए बोबड़े और चार पूर्व सीजेआई को लेकर प्रशांत भूषण की ओर से किए गए दो अलग-अलग ट्वीट्स पर स्वत: संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उनके खिलाफ अवमानना की कार्रवाई शुरू की थी। सुप्रीम कोर्ट ने प्रशांत भूषण को नोटिस भेजा था।
इधर स्वराज आंदोलन से जुड़े एक्टिविस्ट प्रो. आनंद कुमार ने फेस बुक पर दिए अपने संबोधन में कहा है कि यह बेहद खतरनाक बात है क्योंकि हमारी अभिव्यक्ति के अधिकार को खत्म करने की शुरुआत हो रही है। उन्होंने कहा कि तीन पीढ़ियों से देश में स्वतंत्रता, न्याय और समता के लिए प्रतिबद्ध प्रशांत भूषण का परिवार है। वे न्याय की लड़ाई के लिए वे मशाल की तरह मशहूर रहे हैं। कहा कि प्रशांत भूषण के लोकतंत्र की चिंता देश की चिंता है। एक जमाने में गांधी, सुकरात को दंडित किया गया। उम्मीद है कि भारत की सर्वोच्च न्यायालय न्याय की परंपरा से सबक लेगा। उन्होंने आजादी की रक्षा के लिए लोगों से

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