पटना.

विकास चंद्र उर्फ गुड्डू बाबा ने स्वास्थ्य विभाग में घोटाले को एक बार फिर से सामने ला दिया है और सवाल किया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी आपकी बात अफसर क्यों नहीं मान रहे हैं ?
गुड्डू बाबा ने कहा है कि पीएमसीएच में जहां एक समय गर्म पानी हर बेड तक पहुंचाने की व्यवस्था थी, जहां मरजों को बर्फ की जरूरत पड़ने पर बर्फ की फैक्ट्री थी वह अस्पताल बुरे दौर से गुजर रहा है। कहा कि हाईकोर्ट की बात समय पर मान ली होती तो कोरोना के समय में इतनी लचर स्वास्थ्य व्यवस्था नहीं होती। वे फेस बुक लाइव के माध्यम से अपनी बात रख रहे थे।
कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री से 100 वेंटिलेटर की मांग की लेकिन सच यह है कि वेंटिलेटर को लेकर बड़ी गड़बड़ी पीएमसीएच में हुई। 96 लाख की मशीन यहां पड़ी रही और चली नहीं। टीबी व चेस्ट विभाग में 2014 में टीएमटी मशीन की खरीद हुई पर वह चली नहीं। मेमोग्राफी मशीन गाइनी विभाग में पड़ी रही पर चली नहीं। दस करोड़ से ज्यादा की मशीनें नहीं चलीं। 2015 में पटना हाईकोर्ट में मामला उठाने के बाद कई मशीनें चलीं पर ज्यादातर पड़ी रहीं। पीएमसीच में 30 डायलिसिस मशीन आठ माह से पड़ी हैं। उसे चलाने के लिए डॉक्टर दिए ही नहीं गए हैं।
गुड्डू बाबा ने बताया कि पालीगंज अनुमंडल अस्पताल में लाखों एक्सपायर पायी गई। दस लाख से ज्यादा की दवा एक्सपायर कर गई। कहा कि ड्रग माफिया एक्सपायर दवाएं लेते हैं और रैपर बदलकर मरीजों की जान से खिलवाड़ करते हैं।
कहा कि बाढ़ अनुमंडल (पटना से 60 किमी.) में ब्लड बैंक खोलना का निर्णय लिया गया। इक्यूपमेंट भी आ गया पर ब्लड बैंक नहीं खुला। ग्यारह साल से मशनें खराब हो रही हैं। कहा कि इस सब से जुड़े सारे सबूत उनके पास हैं। गुड्डू बाबा ने कहा कि बिहार में तबादला उद्योग छोड़ और कोई भी उदयोग नहीं चल रहा है। अजीब हाल है कोरोना तेजी से फैल रहा है और ट्रांसफर-पोस्टिंग हो रही है। 10 जुलाई को नर्सिंग स्टूडेंट की परीक्षा ली जा रही है। इसके लिए उन्हें पटना बुलाया जा रहा है। ऐसे समय में जब पटना के कई इलाके सील किए गए हैं कैसे परीक्षा होगी? इसलिए होम टाउन में ही परीक्षा ली जानी चाहिए। 25 हजार स्टूडेंट्स के साथ अभिभावक भी आएंगे, यानी 40-50 हजार लोग पटना में ठहरेंगे। 38 जिलों का सेंटर पटना में दिया जाना सही नहीं है।

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