पटना.
सचिव सूचना एवं जन सम्पर्क अनुपम कुमार ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर किये जा रहे कार्यों की अद्यतन जानकारी देते हुए बताया कि कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को लेकर सरकार द्वारा सभी आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं। सरकार का मेन फोकस अभी प्रिवेंटिव मेजर्स पर है और आवश्यकतानुरूप स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि मास्क पहनने को लेकर सघन जांच अभियान चलाएं। इसके अलावा कन्टेनमेंट जोन में जो भी रिस्ट्रिक्शनस होते हैं, उनका कड़ाई से अनुपालन कराया जाएं। उन्होंने बताया कि अभी बहुत ही आवश्यक है और सेंसिटिव टाइम है, इसलिए कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर लोग स्वयं पूरी तरह से सतर्क एवं सुरक्षित रहें और दूसरों को भी सुरक्षित रखें।
अनुपम कुमार ने बताया कि रोजगार सृजन सरकार की प्राथमिकता है और लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 09 करोड़ 83 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है। राशनकार्ड विहीन सुयोग्य परिवारों में नए राशन कार्ड का वितरण तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभी तक गैर राशन कार्डधारी सुयोग्य परिवारों के लिए 23 लाख 37 हजार 35 नये राशन कार्ड बनाये जा चुके हैं। इनमें से अब तक 09 लाख 34 हजार 940 यानी सृजित राशन कार्ड का करीब 40 प्रतिशत वितरित किये जा चुके हैं। 15 जुलाई तक सभी राशन कार्डों के वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और उम्मीद है कि निर्धारित समय पर राशन कार्ड वितरण का कार्य पूर्ण होगा।
स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना से पिछले 24 घंटे में 249 लोग स्वस्थ हुए हैं। अब तक 9,014 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं और इस प्रकार बिहार का रिकवरी रेट 74.25 प्रतिशत है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर रिकवरी दर 60.86 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 280 नये पॉजिटिव मामले सामने आये हैं और वर्तमान में बिहार के 38 जिलों में कोविड-19 के 3,028 एक्टिव मरीज हैं। कोरोना संक्रमण से बिहार में हुई मृत्यु का दर 0.8 प्रतिशत है, वही राष्ट्रीय स्तर पर मृत्यु दर 2.8 प्रतिशत है| सचिव, स्वास्थ्य ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 6,213 सैंपल्स की जांच की गई है। बिहार में अब तक 2 लाख 64 हजार 109 सैंपल्स की जांच की गई है| इस प्रकार बिहार में किये गये कुल जांच में संक्रमण का प्रतिशत 4.6 है।
लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि जांच और आवश्यक कार्रवाई हर जगह की जा रही है, लेकिन कन्टेनमेंट जोन में विशेष चौकसी बरती जा रही है और विशेष कार्य किये जा रहे हैं। अब तक बिहार में 1,656 कन्टेनमेंट जोन बने थें। इनमें से 342 कन्टेनमेंट जोन को 28 दिनों तक नया केस नहीं मिलने के कारण डिनोटिफाई किया जा चुका है। इसके फलस्वरूप आज की तिथि में बिहार राज्य में 1,314 कन्टेनमेंट जोन हैं जिनमें लगभग 18 लाख 4 हजार घर हैं।