संवाददाता. पटना
पटना के कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या मामले में एक संदिग्ध विकास उर्फ राजा का मंगलवार की सुबह पटना सिटी पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया है। जानकारी है कि पुलिस उससे पूछताछ करने गई थी कि उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में उसे पुलिस ने मार गिराया। उसका खेमका हत्याकांड से कनेक्शन था कि नहीं इसकी पड़ताल जारी है। पुलिस की मानें तो राजा मालसलामी इलाके में रहता था और कई आपराधिक मामले में उसका नाम है। पुलिस उससे खेमका हत्याकांड के बारे में पूछताछ करने गई थी। बीती रात 02:45 बजे मालसलामी थाना से 2 किलोमीटर पश्चिम पीर दमरिया घाट के पास पुलिस के साथ मुठभेड़ में 29 साल का राजा मारा गया।
इससे पहले पुलिस ने उमेश यादव नामक शूटर के साथ कई को उठाया था। उससे पूछताछ की गई है। बता दें गोपाल खेमका की शुक्रवार रात 11.40 बजे पटना में उनके घर के बाहर (गांधी मैदान के पास) बाइक सवार हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। सात साल पूर्व हाजीपुर में उनके बेटे की गोली मारकर हत्या की गई थी।
उद्योगपति गोपाल खेमका हत्याकांड में कांट्रैक्ट किलर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसकी निशानदेही पर पटना सिटी से गंगा किनारे से पिस्टल और स्कूटी बरामद कर ली है। वारदात के वक्त शूटर के पहने कपड़े भी बरामद किए गए हैं। शूटर को साढ़े तीन लाख रुपये की सुपारी दी गई थी, जिसमें से उसके पास से तीन लाख रुपये नकद भी बरामद कर लिए गए। उसकी निशानदेही पर पुलिस देर रात कोतवाली थाना क्षेत्र के उदयगिरी अपार्टमेंट के एक फ्लैट में पहुंची। वहां से दो लोगों को हिरासत में लिया गया।
गिरफ्तार शूटर उमेश उर्फ विजय मूल रूप से नदी थाना क्षेत्र का रहने वाला है, लेकिन उसने पटना शहर में अपना ठिकाना बना रखा था। शुक्रवार की रात गोपाल खेमका की हत्या के बाद वह जेपी गोलंबर से जेपी सेतु की ओर बढ़ा। सीसीटीवी फुटेज में एक जगह उसके मोबाइल की लाइट जलती दिखी।
शूटर का लोकेशन मिलने के बाद पुलिस ने दो दिनों तक पटना शहर के तीन थाना क्षेत्रों में फुटेज में दिख रहे शूटर से मिलते-जुलते हुलिए वाले व्यक्ति की तलाश तेज की। पांच संदिग्धों को उठाया गया, जिसमें एक उमेश भी था। उमेश से पुलिस को कई तरह का जानकारियां मिली हैं। जानकारी है कि इस घटना में वह अकेला नहीं था बल्कि उसके साथ दो लाइनर भी थे। घटना को अंजाम देने के लिए शूटर ने खेमका के आवास से लेकर बांकीपुर क्लब तक कई बार रेकी की।
