संवाददाता. पटना.
दो-तीन दिनों में शिक्षक बहाली के लिए बिहार लोक सेवा आयोग से विज्ञापन जारी होने वाला है। कुल 1 लाख 70 हजार 461 नए शिक्षकों की बहाली बिहार में की जाएगी। सोमवार को BPSC के चेयरमैन अतुल प्रसाद ने पटना में प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि बहाली की प्रक्रिया के लिए काम शुरू है। अब राज्य में प्राइमरी, मिडिल और हायर सेकेंडरी सरकारी स्कूलों के लिए शिक्षकों की बहाली की जाएगी।
नियोजित शिक्षक बिना शर्त राज्यकर्मा का दर्जा चाहते हैं
एक तरफ शिक्षक बहाली की प्रक्रिया तेज है वहीं दूसरी तरफ बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष मोर्चा की मांग है कि नई शिक्षक नियमावली में सरकार बदलाव करे और नियोजित शिक्षकों बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाए। इसको लेकर सम्मेलन और आंदोलन तक किया गया। दो दिन पहले इसको लेकर नियोजित शिक्षक तेजस्वी यादव से भी मिले थे।
BPSC के चेयरमैन अतुल प्रसाद ने कहा है कि कुल 1 लाख 70 हजार 461 पदों पर शिक्षकों की बहाली होगी। इसमें 79 हजार 943 प्राइमरी के लिए, 32 हजार 916 पदों पर मीडिल के लिए और 57 हजार 602 पदों पर हायर सेकेंडरी स्कूलों के लिए शिक्षक बहाल किए जाएंगे। प्राइमरी स्कूल का शिक्षक बनने के लिए कैंडिडेट का इंटरमीडिएट पास होने के साथ ही CTET व डिप्लोमा या बीएड होना जरूरी है। वहीं, मीडिल स्कूल के शिक्षक के लिए कैंडिडेट का ग्रेजुएट होने के साथ ही STET व बीएड पास होना जरूरी है। हायर सेकेंडरी स्कूल के शिक्षक के लिए कैंडिडेट का पोस्ट ग्रेजुएट, STET और बीएड पास होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इसके पाठ्यक्रम और संरचना के बारे में वेबसाइट पर डिटेल्स शेयर किया गया है।
चैयरमैन ने बताया कि अगस्त महीने तक परीक्षा ले ली जाएगी। इस साल के अंत तक रिजल्ट भी जारी कर दिया जाएगा। परीक्षा में निगेटिव मार्किंग रखी गई है। कहा कि तुक्केबाजी से बच्चों का भविष्य खराब हो सकता है। इसलिए नेगेटिव मार्किंग रखा गया है। कैंडिडेट्स को तैयारी करने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा।
अतुल प्रसाद ने कहा कि सभी पदों के लिए एक साथ आवेदन लिए जाएंगे। कैंडिडेट्स एक साथ तीनों स्तर के स्कूलों के लिए शिक्षक के पद पर आवेदन भर सकते हैं। अगर कोई योग्य कैंडिडेट है तो अलग-अलग तारीख पर तीनों एग्जाम में बैठ सकते हैं। भाषा का पेपर क्वालीफाई नेचर का होगा। भाषा में दो सेक्शन रखे जाएंगे। अंग्रेजी के प्रश्न कॉमन रहेंगे। दूसरा हिंदी, उर्दू और बंगला का पेपर रहेगा। सभी परीक्षा एमसीक्यू बेस्ड होगी। 100 नंबर के प्रश्न रहेंगे। 25 नंबर के सवाल अंग्रेजी के रहेंगे। 75 नंबर का हिंदी, उर्दू या बांग्ला के रहेंगे। पास करने के लिए 30 नंबर लाना होगा। वहीं मेन पेपर 150 नंबर का होगा। मेरिट लिस्ट अलग-अलग बनेगा। मेन पेपर में 100 नंबर के प्रश्न तो नॉर्मल होंगे बाकी, बचे 50 नंबर का इंटेलिजेंस टेस्ट होगा। ये 50 नंबर विषय ज्ञान से हट कर रहेंगे।
एक अभ्यर्थी एक ही सब्जेक्ट चूज कर सकता है। यह वही होगा जिसमें आपने टीईटी पास किया है। छूट यह है कि तीनों एग्जाम दे सकता है। लेकिन प्राथमिकता ले ली जाएगी और एक ही जॉब ऑफर किया जाएगा ताकि दो वेकेंसी व्यर्थ नहीं जाए। अगर कोई तीनों श्रेणी के लिए अप्लाई करेगा तो अलग-्अलग दिन अलग-्अलग पेपर देंगे। मेरिट लिस्ट अलग-अलग बनेगा। सौ प्रश्न वही होंगे जो वे विद्यार्थियों को स्कूल में पढ़ा रहे हैं। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के सिलेबस को पढ़ लें। बच्चों से शिक्षक का ज्ञान ज्यादा होना चाहिए इसलिए चैप्टर तो वही होगा जो बच्चों को पढ़ाते हैं लेकिन स्तर बच्चों वाला नहीं होकर उससे ज्यादा होगा। यानी प्राथमिक विद्यालय की परीक्षा के लिए स्तर इंटर का होगा। प्लस टू के शिक्षक के लिए स्तर पोस्ट ग्रेजुएशन का होगा।
सभी पदों के लिए एक ही आवेदन होगा। एक कंडिडेट प्राथमिक के साथ-साथ हाई स्कूल और हायर सेेकेंड्री तीनों के लिए अप्लाई कर सकता है। इसलिए स्वाभाविक है तीनों की तिथि अलग-अलग होगी।
एक पेपर क्वालिफाइंग नेचर का होगा भाषा का। इसका अंक मेरिट में नहीं जुटेगा। अंग्रेजी सभी को करना है। अंग्रेजी के 25 प्रश्न होंगे। हिंदी, उर्दू, बंगला 75-75 अंक के होंगे, इन तीनों में से एक चुनना होगा। इसमें कुल 30 नंबर लाना होगा तभी वो पास होगा नहीं तो प्रतियोगिता से बाहर हा हो जाएंगे। इसलिए अंग्रेजी भी पढ़ लें। रास्ते के साइनेज तो पढ़ सकें।
प्राथमिक के लिए महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण रखा गया है। अन्य में पहले की तरह से 35 फीसदी है। परीक्षा का इवेल्यूएशन कंप्यूटर से होगा। आंसर की पहले प्रदशित कर देंगे। आपत्ति भी दे सकेंगे।