संवाददाता.
पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन के बाद राजपूत वोट बैंक को अपनी तरफ करने की राजनीति भी तेज है। राजनीति की अजीब तस्वीर बिहार में दिख रही है। रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन के बाद बिहार में चिट्टी पर सियासत हो रही है। रघुवंश प्रसाद ने एम्स जो चिट्टी लिखी थी उस पर कांग्रेस सांसद अखिलेश सिंह ने कहा है कि ‘यह चिट्टी जबरन लिखवाई गई है’। आरजेडी ने सवाल उठाया है कि ‘आईसीयू में एडमिट व्यक्ति कैसे चिट्ठी लिख सकता है। मनेर से आरजेडी विधायक भाई वीरेन्द्र ने कहा कि रघुवंश बाबू के बेटे को एमएलसी बनाने का प्रलोभन देकर लेटर लिखाया गया था।’
बात यहीं नहीं थमी। इसके बाद जेडीयू की तरफ की जवाब आया है। कुछ दिन पहले ही जेडीयू में गए पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने ट्वीट किया है कि ‘रघुवंश बाबू को मानसिक पीड़ा देने वाले आज घड़ियाली आंसू बहा रहें हैं। रघुवंश बाबू का भले ही आकस्मिक निधन हुआ है पर मैं मानता हूँ कि लालू परिवार ने साज़िशन उनको प्रताड़ित कर उनकी हत्या की है।’