बिहार में तारापुर और कुशेश्वर स्थान दो सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, लालू चुनाव प्रचार में जाएंगे
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद तीन वर्षों के बाद रविवार को पटना पहुंचे। बिहार में तारापुर और कुशेश्वर स्थान दो सीटों पर जेडीयू के विधायकों की कोरोना से मौत होने के बाद उपचुनाव हो रहे हैं। इस उपचुनाव में राजद और कांग्रेस का गठबंधन भी टूट गया है। राजद और कांग्रेस ने अपने-अपने प्रत्याशी दोनों सीटों पर उतार दिया है। इसलिए मुकाबला दिलचस्प हो गया है। लालू प्रसाद किडनी और हर्ट सहित कई बीमारियों से ग्रस्त हैं। लेकिन डॉक्टरों की सलाह के बाद वे पटना आए हैं।
भक्त चरण दास को भकचोन्हर कर दिया
लालू प्रसाद ने कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास को भकचोन्हर कहकर बवाल कर दिया। कहा कि कांग्रेस को सीट हारने के लिए, जमानत जब्त कराने के लिए दे देते क्या? जीतन राम मांझी सहित कांग्रेस ने इसे लालू प्रसाद की दलित विरोधी मानसिकता कहा।
धरना पर बैठ गए तेजप्रताप यादव
कांग्रेस की ओर से कन्हैया कुमार, जिग्नेश मेवानी और हार्दिक पटेल चुनाव प्रचार कर रहे हैं। लालू प्रसाद भी चुनाव प्रचार में दोनों सीटों पर जाएंगे। लालू प्रसाद देर शाम पटना पहुंचने के बाद एयरपोर्ट से राबड़ी देवी के आवास के लिए रवाना हो गए। उनके बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने अपने सरकारी आवास को खूबसूरती से सजाया था और वे चाहते थे कि लालू प्रसाद पहले उनके आवास में जाएं। ऐसे नहीं होने से तेज आग बबूला हो गए।
तेजप्रताप ने कहा- मुझे राबड़ी देवी के आवास जाने से रोका गया
देर रात तेजप्रताप यादव अपने सरकारी आवास के बाहर धरना पर बैठ गए। छात्र जनशक्ति परिषद के कार्यकर्ता जोर-जोर से नारेबाजी करते रहे। तेजप्रताप यादव ने आरोप लगाया कि उन्हें पटना एयरपोर्ट पर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने धक्का दे दिया। उन्हें राबड़ी आवास जाने से राजद के कार्यकर्ताओं ने रोक दिया।
लालू प्रसाद और राबड़ी देवी को तेजप्रताप के आवास पर आना पड़ा
घंटे भर चले धरना-प्रदर्शन के बाद लालू प्रसाद और राबड़ी देवी तेजप्रताप यादव के सरकारी आवास पर पहुंचे। वहां तेजप्रताप यादव ने लालू प्रसाद का पैर धोया। वे दूध से भी पैर धोना चाहते थे पर मना कर दिया गया। इस बीच कार में बैठे-बैठे ही राबड़ी देवी ने तेजप्रताप यादव को समझाया भी।
जल्द ही बड़ा फैसला लूंगा
तेजप्रताप यादव ने आरोप लगाया कि राजद में कुछ लफंगे भर गए हैं जो पार्टी में उनका पीछा कर रहे हैं। जब तक जगदानंद सिंह जैसे लोग पार्टी में हैं राजद से मेरा कोई वास्ता नहीं है। मैं जल्द ही बड़ा फैसला लेने जा रहा हूं। कहा कि राजद में संघी मानसिकता के लोग आ गए हैं। ये लोग मिलकर पार्टी को अंदर ही अंदर खत्म कर रहे हैं। मुझे अब इस पार्टी से कोई मतलब नहीं है, बस अपने पिता जी को मैं जानता हूं और उन्हीं से मतलब है।