एमिटी यूनिवर्सिटी पटना और आरसीआई ने आयोजित किया राष्ट्रीय सीआरई सम्मेलन 2025
संवाददाता. पटना
एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ क्लिनिकल साइकोलॉजी (AICP), एमिटी यूनिवर्सिटी पटना और पुनर्वास परिषद इंडिया (RCI), नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में 20-21 मार्च को राष्ट्रीय सीआरई सम्मेलन 2025 का आयोजन किया गया। ‘ अंतर को पाटनाः ऑटिज्म स्पेक्ट्रम विकारों के लिए मनोवैज्ञानिक हस्तक्षेप और पुनर्वास रणनीतियों को आगे बढ़ाना ‘ थीम पर आधारित इस सम्मेलन में प्रमुख विशेषज्ञों, शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं ने ऑटिज्म के आकलन और हस्तक्षेप में नवीनतम प्रगति पर चर्चा की।
उद्घाटन सत्र में कुलपति प्रो. (डॉ.) विवेकानंद पांडे, मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ. शांति राय (माननीय अतिरिक्त आयुक्त, दिव्यांगता) और एचओडी डॉ. अशुतोष कुमार सहित फैकल्टी, छात्र और प्रतिभागी उपस्थित रहे। इस अवसर पर डॉ. (प्रो.) पी. के. सिंह (पूर्व-एचओडी, मनोरोग विभाग, पीएमसीएच), डॉ. राजेश कुमार (एचओडी, मनोरोग विभाग, आईजीआईएमएस) और डॉ. राजीव रंजन (एचओडी, मनोरोग विभाग, एम्स) ने ऑटिज़्म के कारण, प्रारंभिक पहचान और आधुनिक मूल्यांकन तकनीकों पर चर्चा की।
मुख्य सत्रों में व्यवहारिक चिकित्सा, एप्लाइड बिहेवियर एनालिसिस, सामाजिक कौशल प्रशिक्षण और देखभालकर्ता सहायता रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया गया। शोधकर्ताओं ने ऑटिज्म से संबंधित पेरेंटिंग, न्यूरोकॉग्निटिव कार्यप्रणाली और भावनात्मक कल्याण पर अपने शोध प्रस्तुत किए, जिसमें सर्वश्रेष्ठ शोध पत्र पुरस्कारको उत्कृष्ट अनुसंधान योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
समापन सत्र में मुख्य अतिथि डॉ. सत्यजीत सिंह (निदेशक, रुबन अस्पताल) और डॉ. उषा कुमारी (प्राचार्य, एनएमसीएच, पटना) ने ऑटिज्म देखभाल में बहु-अनुशासनिक सहयोग के महत्व को रेखांकित किया।