- बैठक में इनौस के राष्ट्रीय अध्यक्ष व विधायक मनोज मंजिल और आइसा के महासचिव व विधायक संदीप सौरभ मौजूद रहे
- अब संसद तक युवाओँ के रोजगार के सवाल को उठवाया जाएगा, चलेगा हस्ताक्षर अभियान
संवाददाता. पटना.
RRB-NTPC रिजल्ट के बाद शुरू हुआ आंदोलन के बाद शनिवार को आइसा और इनौस संगठनों के राज्यस्तरीय टीम की बैठक हुई। बैठक में आगे के आंदोलन की रुपरेखा तय की गई। बैठक में इनौस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज मंजिल, आइसा के महासचिव व विधायक संदीप सौरभ, इनौस के राज्य अध्यक्ष आफताब आलम, इनौस के राज्य सचिव शिवप्रकाश रंजन व आइसा के राज्य सचिव सबीर कुमार उपस्थित हुए।
रोजगार के अवसरों पर लगातार हमला
बैठक के बाद मनोज मंजिल और संदीप सौरभ ने कहा कि सरकार यह भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही है कि आंदोलनकारियों की मांगें मान ली गई हैं। लेकिन मामला अब RRB-NTPC की परीक्षा में 7 लाख संशोधित रिजल्ट और ग्रुप D में पुराने नोटिफिकेशन के आधार पर केवल एक परीक्षा का नहीं रह गया है। यहरेलवे के निजीकरण के जरिए मोदी सरकार द्वारा रोजगार के अवसरों पर लगातार किए जा रहे हमले का भी बन चुका है। यहां किसी भी परीक्षा की प्रक्रिया 5-7 वर्षों से पहले पूरी नहीं हो रही है। छात्र-युवाओं को मानसिक पीड़ा से गुजरनी पड़ती है। बेरोजगारी का हाल यह है कि ग्रुप D तक की परीक्षा में भारी भीड़ हो रही है। छात्र-युवाओं के आक्रोश का विस्फोट सरकार की इन्हीं नीतियों की वजह से सबसे ज्यादा हुआ है। 7 सालों में युवाओं को सिर्फ धोखा मिला है।
फोटो- प्रेस कांफ्रेस करते इनौस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज मंजिल और आइसा के महासचिव संदीप सौरभ
6 मांगों के साथ हस्ताक्षर अभियान चलेगा, संसद में मामले को उठवाया जाएगा
नेताओं ने कहा कि RRB– NTPC के PT रिजल्ट में पदों का 20 गुणा संशोधित रिजल्ट जारी हो और ग्रुप डी में केवल एक परीक्षा के पुराने नोटिफिकेशन पर अमल हो। इन दो मांगों के साथ रेलवे की खत्म की गई नौकरियों सहित सभी रिक्त पदों पर अविलम्ब बहाली, रेलवे के निजीकरण पर रोक, रेलवे के द्वारा भर्ती कैलेंडर जारी करने और आंदोलनकारियों पर से सभी मुकदमे वापस करने का मुद्दा भी अब इस आंदोलन में जुड़ गया है। कहा कि 6 सूत्री मांगों पर देश के रेल मंत्री को संबोधित ज्ञापन पर हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। सरकार पर दवाब बनाने के लिए बिहार के सभी सांसदों व केंद्रीय मंत्रियों को भी यह ज्ञापन सौंपा जाएगा। वे इस मसले को संसद के अंदर उठाएं और सरकार पर दवाब बनाएं। बताया कि यह अभियान ‘ रेलवे भर्ती आंदोलन’ के नाम से चलेगा। अगर 4 मार्च तक इन 6 सूत्री मांगों पर कार्रवाई नहीं होती है तो 5 मार्च को सभी रेलवे परिसर में विशाल धरना दिया जाएगा और भारत बंद किया जाएगा।
आइसा और इनौस की मुख्य मांगें
1. RRB– NTPC के PT रिजल्ट में पदों का 20 गुणा संशोधित रिजल्ट जारी हो।
2.ग्रुप डी में केवल एक परीक्षा के पुराने नोटिफिकेशन पर अमल हो।
3. रेलवे की खत्म की गई नौकरियों समेत सभी रिक्त पदों पर बहाली घोषित हो।
4.आंदोलनकारी छात्रों पर दर्ज मुकदमें वापस हो।
5. रेलवे भर्ती का कैलेंडर जारी करो।
6. रेलवे का निजीकरण बंद करो।