पटना.
कोरोना का प्रकोप बिहार में दवाओँ की सबसे बड़ी थोक दवा मंडी गोविंद मित्रा रोड तक पहुंच गई है। बता दें कि दवा कंपनी के एक प्रतिनिधि का निधन भी कोविड-19 से हो चुका है।
दवा मंडी में कोरोना संक्रमण को लेकर पटना केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सोमवार को आकस्मिक बैठक की और यह निर्णय लिया कि पूरी दवा मंडी को केमिस्ट्स संगठन द्वारा सेनेटाइज कराया जाएगा। एसोसिएशन ने दवा मंडी की सभी दवा दुकानें को 30 जून से दो जुलाई तक लगातार तीन दिन तक बंद रखने का एलान किया है। बैठक में जरूरतमंदों की असुविधा को देखते हुए जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता जारी रखी जाएगी। केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने दवाओं की निर्बाध आपूर्ति के लिए सरकार से मांग की है कि दवा मंडी में केवल दवाओं की मालवाहक गाड़ी को सुबह 10 बजे से अपराह्न दो बजे तक ही प्रवेश करने दिया जाए। वापसी के लिए समय निर्धारित नहीं हो। अन्य किसी भी प्रकार के वाहन को दवा मंडी में सुबह 10 बजे शाम सात बजे तक प्रवेश बंद रखा जाए। पूरी दवा मंडी को सप्ताह में कम-से-कम एक बार सरकारी व्यवस्था के अंतर्गत कोरोना संकट तक सैनेटाइज कराने की व्यवस्था हो और फुटकर दुकानों को हटाया जाए।