खुद को हिंदू कहलाना पसंद करते हैं आरिफ मोहम्मद खान, 2023 में कहा था- मुझे भी हिंदू कहिए

संवाददाता.पटना

देश के कई राज्यों के राज्यपाल बदले गए हैं। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को बिहार भेजा जा रहा है। वे बिहार के नए राज्यपाल होंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। उनकी जगह अब हरिबाबू को राज्यपाल बनाया गया है। उन्होंने दो राज्यों के राज्यपालों को भी बदल दिया है। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को अब बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया है। पूर्व गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को मणिपुर का राज्यपाल बनाया गया है।

26 साल बाद बिहार में मुस्लिम राज्यपाल

बिहार में 26 वर्षों के बाद मुस्लिम राज्यपाल भेजा गया है। इससे पूर्व मुस्लिम समाज के एआर किदवई को 1998 में बिहार का राज्यपाल बनाया गया था।

विवादित बयान दिया था आर्लेकर ने

बता दें बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने 21 दिसंबर को विवादित बयान दिया था। उन्होंने गांधी के सत्याग्रह की उपलब्धि को नकार दिया था और कहा कि अंग्रेज सत्याग्रह की वजह से नहीं बल्कि हथियार देखकर भागे थे। ये बयान उन्होंने गोवा में पूर्व सांसदों और भारत की आजादी को लकेर ब्रिटिश पार्लियामेंट में हुई चर्चा का उल्लेख करते हुए दिया था।

क्या कहा था राज्यपाल ने

राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा था कि हमारा स्वतंत्रता आंदोलन ‘बिना खड्ग बिना ढाल’ के नहीं था। जब कई लोगों ने हथियार हाथ में उठाए तब जाकर ब्रिटिश को सोचना पड़ा कि यहां रहना है कि नहीं, खड्ग भी नहींं थी ढाल भी नहीं थी और हम सत्याग्रह भी कर रहे थे, इसलिए अंग्रेज भाग गए ऐसा नहीं है। जब अंग्रेजी हुकूमत ने देखा कि इन लोगों के हाथ में बंदूके हैं, तब उन्होंने विमर्श किया कि यह किसी भी हद तक आजादी के लिए जा सकते हैं। ब्रिटिश पार्लियामेंट में जब चर्चा और विमर्श हो रहा था इंडिपेंडेंस एक्ट के ऊपर उस समय के उनके भाषण को हम सभी को पढ़ना चाहिए। वहां ब्रिटिश पार्लियामेंट में उनके एमपी क्या कह रहे थे? हिस्ट्री जो है उसे हमें पढ़ना चाहिए ना कि हम वह पढ़ें, जो मुगल, थापड़ और इरफान हबीब का इतिहास है। राज्यपाल ने कहा कि ‘भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद (आईसीएचआर) ने एक कहानी गढ़ी थी कि आप गुलाम बनने के लिए पैदा हुए हैं और तत्कालीन सरकार ने भी इसका समर्थन किया था।’ उन्होंने कहा, ‘हमें बिना किसी डर के अपनी बात कहनी चाहिए। हम पर हमला करने वाले कभी हमारे नहीं हो सकते। इसलिए हमें अपनी बात सबके सामने रखनी चाहिए।’

आरिफ मोहम्मद खान को जानिए

आरिफ मोहम्मद खान का जन्म 18 नवंबर 1951 को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हुआ था। उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से बी.ए. (ऑनर्स) (1972-73) और लखनऊ विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश से एलएलबी (1977) की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने अपना राजनीतिक जीवन एक छात्र नेता के रूप में शुरू किया और 1972-73 के दौरान महासचिव और 1973-74 के दौरान अध्यक्ष के रूप में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय छात्र संघ का नेतृत्व किया। वे 1977 में 26 साल की उम्र में सियाना निर्वाचन क्षेत्र, बुलंदशहर से उत्तर प्रदेश विधान सभा के सदस्य बने। आरिफ मोहम्मद खान 1980 में कानपुर से सातवीं लोकसभा के लिए चुने गए। वह 8वीं, 9वीं और 12वीं लोकसभा के दौरान फिर से बहराईच निर्वाचन क्षेत्र से संसद सदस्य के रूप में चुने गए। केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में आरिफ मोहम्मद खान ने 1989-90 के दौरान ऊर्जा और नागरिक उड्डयन मंत्रालय संभाला। 6 सितंबर 2019 को केरल के 22वें राज्यपाल के रूप में पदभार ग्रहण किया था। अब वे बिहार के राज्यपाल होंगे। उन्हें केरल से बिहार भेजा गया है।

खुद को हिंदू कहते हैं आरिफ मोहम्मद खान 

जनवरी 2023 में आरिफ मोहम्मद खान ने कहा था कि ‘ मुझे नहीं लगता कि हिंदू एक धार्मिक शब्द है, बल्कि यह एक एक भौगोलिक शब्द है,  कोई भी जो भारत में उत्पादित अन्न खाता है, कोई भी जो भारत की नदियों से पानी पीता है, उसे खुद को हिंदू कहने का हकदार है, मुझे भी हिंदू कहिए।’ ये बयान उन्होंने केरल के राज्यपाल के तौर पर तिरुवनंतपुरम में हिंदू कॉन्क्लेव में हिस्सा लेते हुए दिया था।

इन राज्यों के राज्यपाल बदले गए, इन्हें मिली कमान

  • मिजोरम के गवर्नर हरि बाबू को ओडिशा का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
  • जनरल वीके सिंह को मिजोरम का गवर्नर बनाया गया है।
  • बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ को केरल का नया गवर्नर बनाया गया है।
  • केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को अब बिहार का गवर्नर नियुक्त किया गया है।
  • पूर्व गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को मणिपुर का राज्यपाल बनाया गया है।

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