संवाददाता.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना की आरटीपीसीआर जांच की संख्या बढ़ायी जाए। इसके लिए उन्होंने संबंधित मशीनों को अधिक संख्या में जल्द उपलब्ध कराने की बात कही। दियारा और टाल इलाके में भी ज्यादा-से-ज्यादा जांच कराने का निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया। कहा कि जिन जिलों में कोरोना के एक्टिव मरीज ज्यादा मरीज हैं, वहां टेस्टिंग की संख्या ज्यादा बढ़ाने की आवश्यकता है।

वे शुक्रवार को एक अणे मार्ग स्थित नेक संवाद सभाकक्ष में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी आयुक्त व डीएम समेत अन्य अधिकारियों के साथ कोरोना से संबंधित समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। इसमें स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने जानकारी दी कि राज्य में तीन सितंबर तक पहली कोवास 8800 मशीन आ जाएगी। इससे आरटीपीसीआर जांच की मौजूदा संख्या में 3600 की बढ़ोतरी हो जाएगी, दूसरी मशीन भी जल्द ही आ जाएगी। स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि पीएम केयर फंड से बिहटा में 500 बेडों का कोविड हॉस्पिटल 23 अगस्त से काम करने लगेगा, जबकि मुजफ्फरपुर में भी बहुत जल्द कोविड हॉस्पिटल बनकर काम करने लग जाएगा।

नीतीश कुमार ने कहा कि अधिक-से-अधिक जांच होने से संक्रमितों की पहचान हो सकेगी, जिससे उनका सही समय पर इलाज हो सकेगा और बाकी लोगों को संक्रमण से बचाया जा सकेगा। कोरोना से संबंधित सभी आंकड़ों को अपडेट रखें और उसके आधार पर रणनीति बनाकर काम करें। राज्य का जनसंख्या घनत्व ज्यादा है इसलिए कोरोना से बचाव को लेकर हम सभी को ज्यादा सचेत रहना होगा।

बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव मनीष कुमार वर्मा, सचिव अनुपम कुमार, गोपाल सिंह समेत अन्य मौजूद रहे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के अलावा सभी आयुक्त व डीएम जुड़े रहे।

समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि सात अगस्त तक कोरोना के आठ लाख 70 हजार 852 सैंपल की जांच हो चुकी थी, जो आज बढ़कर 22 लाख 28 हजार 516 तक पहुंच गई है। इसे नियंत्रित करने के लिए प्रभावी रूप से कार्य किये जा रहे हैं। आरटीपीसीआर, ट्रुनेट और रैपिड एंटीजन टेस्ट को मिलाकर रोज 1.15 लाख से अधिक सैंपलों की जांच की जा रही है।

 

 

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