संवाददाता. पटना.

 

शिक्षक रहमान और सोशल एक्टिविस्ट रितु जायसवाल ने हिंसा का सहारा नहीं लेने की अपील की

सवाल रोजगार का है, रोटी का है और रेलवे परीक्षा के रिजल्ट से गुस्साए युवाओं ने अपने लॉज, हॉस्टल छोड़ सड़क का, रेलवे पटरियों का रुख कर दिया है। बिहार के कई जिलों में तनाव की खबर है। रेलवे ने NTPC की CBT-2 की परीक्षा की तिथि 15 फरवरी से 19 फरवरी के बीच लेने की घोषणा की थी। रेलवे ने NTPC की CBT-1 की परीक्षा का परिणाम 14 जनवरी को दिया था। उसके बाद से ही छात्र उग्र हैं। आरोप है कि हाई कट ऑफ रखे जाने 20 फीसदी रिजल्ट नहीं देने के बाद कई बाहर हो गए। इसके बाद से ही छात्रों का आंदोलन तेज है। बुधवार को पटना, गया, जहानाबाद, आरा, समस्तीपुर सहित बिहार के कई जिलों में आंदोलन तेज हो गया है। हालांकि रेलवे परीक्षाओं को स्थगित करने की घोषणा कर दी है।

 

गया में खड़ी ट्रेन में लगाई आग

बुधवार को गया जंक्शन पर आक्रोशित छात्रों ने ट्रेन में आग लगी दी है। वहां हालात को काबू में लाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए हैं। खुद गया एसपी घटना स्थल पर पहुंचे हुए हैं। रेलवे के अधिकारियों से लगातार संपर्क किया जा रहा है। रेलवे के सीपीआरओ राजेश कुमार के बताय है कि गया के यार्ड में खड़ी एमटी कोचिंग ट्रेन की रेक खड़ी थी। उस रेक के इंजन और एक जनरल कोच में लगाई गई है। जिस परीक्षा को लेकर छात्र आक्रोशित हैं उसकी जांच रेलवे कमेटी बनाकर कर रही है

 

मंगलवार की शाम आक्रोशित छात्रों ने भोजपुर में आरा-सासाराम पैसेंजर की रेल इंजन में आग लगी दी थी। छात्रों ने कई ट्रेनों पर पत्थरबाजी की। मालगाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया।

जहानाबाद में रेलवे स्टेशन के पास बुधवार बड़ी संख्या में छात्र पहुंच गए। यहां सुबह से ही मेमू गाड़ी पैसेंजर को छात्रों ने रोका और नारेबाजी की। छात्र पटरी पर बैठ गए। यहां छात्रों ने रेलवे ट्रैक पर झंडोत्तोलन किया और राष्ट्रीय गान गाकर आंदोलन को जारी रखने का संकल्प दुहराया।

समस्तीपुर में रेल ट्रैक बाधित होने से वैशाली सुपर फास्ट, टाटा छपरा, ग्वालियर बरौनी आदि ट्रेनों को परिचालन में कठिनाई झेलनी पड़ी।

जानकारी है कि कई स्थानों पर आंदोलनकारी छात्रों की गिरफ्तारी की गई है। चूंकि मामला रेलवे की परीक्षा से जुड़ा है इससे आंदोलनकारी छात्र ट्रेनों, रेलवे स्टेशनों आदि को ही निशाना बना रहे हैं।

अपने मौलिक आधिकार और कर्तव्य दोनों का ख्याल रखें- रितु जायसवाल

प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कराने वाले गुरु रहमान ने कहा कि वे लगातार छात्रों से अपील कर रहे हैं कि आंदोलन को अहिंसक रहने दें, हिंसा का सहारा न लें। सोशल एक्टिविस्ट रितु जायसवाल ने कहा है कि- मैं शुरू से कह रही हूं कि छात्र अहिंसक तरीके से आंदोलन में रहें सरकार उनकी बात जरूर सुनेगी। किसी भी स्थिति में हिंसा का सराहा न लें। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि- छात्रों से अपील है कि अपना प्रदर्शन शांतिपूर्ण एवं संगठित तरीके से करें। अपने मौलिक अधिकार और दायित्व, दोनों को ध्यान में रखें।

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