- छात्रों से मिलने पटना यूनिवर्सिटी छात्रावास गए, समन्वय समिति बनाने को कहा
विवादों से घिरे लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव दिल्ली से लौटने के बाद शनिवार को राजद कार्यालय पहुंचे। उन्होंने लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव के चैंम्बर को खुलवाया और उसमें देर तक बैठे। लेकिन जगदानंद सिंह से उन्होंने भेंट नहीं की। न जगदानंद सिंह पर कोई आपत्तिजनक बयान दिया। जगदानंद सिंह भी तेजप्रताप यादव से मिलने नहीं आए। तेजप्रताप यादव ने यही बयान दिया कि जगदानंद चाचा आते तो भतीजे से मुलाकात हो जाती, मैं तो ऑफिस में ही बैठा था।
समन्वय समिति बनाने को कहा
तेजप्रताप यादव पटना यूनिवर्सिटी भी गए और वहां छात्रावास के छात्रों से मिले। उन्होंने छात्रों से बातचीत करते हुए कहा कि अब वे हर वीकेंड में छात्रावास आया करेंगे। कम्युनिकेशन गैप ठीक नहीं है। तेजप्रताप यादव ने छात्रों से एक समन्वय समिति बनाने का निर्देश भी दिया है। इसमें लॉ, नेट, पीएचडी से जुड़े छात्र होंगे।
कोर्ट जाने की धमकी दी थी
बता दें कि छात्र राजद में प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव को हटाकर उनकी जगह गगन कुमार को अध्यक्ष बनाया जा चुका है। आकाश यादव ने भी राजद की सदस्यता छोड़ लोजपा पारस गुट का दामन थाम लिया है और उसमें छात्र लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिए गए हैं। आकाश यादव को जिस समय पद से हटाया गया था उसके बाद तेजप्रताप ने अपने आवास पर प्रेस कांफ्रेंस कर राजद संविधान दिखाते हुए कहा था कि बिना कारण बताओ नोटिस के किसी को पद से हटाना पार्टी संविधान के खिलाफ है और इस पर कठोर कार्रवाई नहीं हुई तो वे कोर्ट जाएंगे। लेकिन तेप्रताप यादव ने अब तक इस मामले को लेकर कोर्ट का दरवाजा नहीं खटखटाया है। लालू प्रसाद ने उन्हें समझाया है और विवादों से बचे रहने की सलाह दी है।
छात्र राजद से अपनी अलग राजनीति तो नहीं करेंगे !
तेजप्रताप यादव जिस समय पटना यूनिवर्सिटी में छात्रों से बात कर रहे थे और छात्रों के सवाल पर आंदोलन के लिए समन्वय समिति बनाने की बात कर रहे थे उस समय उनके साथ छात्र राजद के नए प्रदेश अध्यक्ष गगग कुमार नहीं थे। स्पष्ट है तेजप्रताप यादव छात्रों के बीच अभी भी एक्टिव रहना चाहते हैं।
बैकग्राउंड नहीं जानते हैं तो जानिए
तेजप्रताप यादव और जगदानंद सिंह के बीच विवाद उस समय तेज हुआ था जिस समय छात्र राजद की एक बैठक में तेजप्रताप यादव ने जगदानंद को हिटलर कहा था। इसके बाद एक सप्ताह से ज्यादा समय तक जगदानंद सिंह कार्यालय नहीं आए थे। लालू प्रसाद के कहने के बाद वे आए। आने के बाद उन्होंने कहा था कि वे राजद में सिर्फ लालू प्रसाद को जानते हैं। उन्होंने गुस्साते हुए प्रेस से ही सवाल कर दिया था – हू इज तेजप्रताप ! इसके बाद तेजप्रताप ने प्रेस कांफ्रेस कर जगदानंद सिंह पर कठोर कार्रवाई की मांग की थी और कोर्ट जाने की धमकी भी।