- सरकर ने नहीं लगाया पूर्ण लॉक डाउन
- कोविड के लक्षण वाले रोगी जो कोविड टेस्ट में निगेटिव हों, को भी अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जाएगा
- बारात में डीजे हरगिज नहीं बजेगाा
संवाददाता.
बिहार में अब नाइट कर्फ्यू यह शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक रहेगा। अभी यह रात 9 से सुबह 5 बजे तक था। बिहार सरकार के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप (CMG) ने यह निर्णय लिया है। बिहार में अब सभी दुकानें शाम 4 बजे तक ही खुलेंगी। सभी सरकारी-निजी ऑफिस (आवश्यक सेवाओं को छोड़) भी अब 25% कर्मियों के साथ शाम 4 बजे तक ही खुल रहेंगे। बिहार सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है, वह यह कि अब कोरोना से जान गंवाने वालों का अंतिम संस्कार अपने खर्च पर कराएगी। इस दायरे में वो मृतक भी आएंगे, जिनमें लक्षण तो कोरोना के थे लेकिन कोविड टेस्ट में निगेटिव आए।
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत और विकास आयुक्त आमिर सुबहानी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नाइट कर्फ्यू का नियम पब्लिक ट्रांसपोर्ट, कृषि कार्य, औद्योगिक इकाइयों, निर्माण कार्य, स्वास्थ्य प्रतिष्ठानों और इससे संबंधित कार्यों, ठेले पर फल-सब्जी की बिक्री करने वालों, रेस्टोरेंट्स इत्यादि पर लागू नहीं होगा। रेस्टोरेंट से रात 9 बजे तक खाना पैक करवाकर आप ले जा सकेंगे। सरकार ने ये सख्तियां 29 अप्रैल से लागू की हैं। यह 15 मई तक या उसके अगले आदेश तक जारी रहेंगी।
अन्य महत्वपूर्ण फैसले पर गौर कीजिए-
- कोविड के लक्षण वाले रोगी (भले ही टेस्ट में निगेटिव हों) को भी अस्पताल में भर्ती कर उनका इलाज किया जाएगा।
- सभी सरकारी और गैर सरकारी कार्यालय (आवश्यक सेवाओं से संबंधित कार्यालयों को छोड़कर) शाम 4 बजे बंद हो जाएंगे। इनमें अब 25 प्रतिशत कर्मियों की ही उपस्थिति होगी। सभी कर्मियों (सरकारी एवं गैर-सरकारी सेवक) को Work from home के लिए प्रेरित किया जाएगा।
- एलोपैथिक, आयुष, यूनानी, डेंटिस्ट चिकित्सक; लैब तकनीशियन, नर्स, पारा मेडिकल स्टाफ एव एनेस्थेटिस्ट के अस्थायी पदों का सृजन कर वाक-इन-इंटरव्यू से न्यूनतम एक वर्ष के लिए संविदा पर नियुक्ति होगी। सभी सेवानिवृत्त चिकित्सकों को भी आवश्यकतानुसार लगाया जाएगा।
- विवाह समारोह में अब 50 लोग ही शामिल होंगे। बारात-वरमाला के लिए रात 10 बजे तक छूट होगी। इस दौरान DJ हरगिज नहीं बजेंगे। अंतिम संस्कार के लिए अधिकतम 20 लोगों की सीमा तय की गई है।
- सभी वेंटिलेटर को चालू करने के लिए स्वास्थ्य विभाग एवं जिला पदाधिकारी अपने-अपने स्तर से सभी आवश्यक कार्रवाई करेंगे।
- चुनाव वाले राज्यों से लौटे पुलिस कर्मियों की कोविड जांच होगी। यह ध्यान रखा जाएगा कि वे अन्य से नहीं मिलें, जिससे कोविड संकम्रण नहीं फैले।
- रेमडेसिविर एवं अन्य दवाएं आवश्यकता पड़ने पर मरीजों को आसानी से एवं निर्धारित प्रकिया के अंदर मिल जाए, स्वास्थ्य विभाग इसे सुनिश्चित करेगा।
- बढ़ते संकम्रण को देखते हुए आवश्यकतानुसार हर जिले में किराए पर ऐंबुलेंस लिया जाएगा।
- मुजफ्फरपुर में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए अतिरिक्त अस्थायी अस्पताल का निर्माण सरकार कराएगी।