संवाददाता. पटना
भाकपा–माले की तीन दिवसीय केंद्रीय कमिटी की बैठक के बाद माले राज्य सचिव कुणाल ने रविवार को कहा कि चुनाव के बाद पूरे राज्य में दलित और गरीब समुदायों पर बुलडोजर चलाए जा रहे हैं। उन्होंने इसे दलितों और गरीब जनता के खिलाफ सीधे हमला करार दिया।
कुणाल ने घोषणा की कि इस बुलडोजर कार्रवाई के खिलाफ 3 दिसंबर 2025 को बिहार विधानसभा के समक्ष धरना आयोजित किया जाएगा। इसके साथ ही पूरे बिहार में राज्यव्यापी प्रदर्शन और विरोध सभाएं की जाएंगी, ताकि सरकार को इस हिंसक कार्रवाई को तुरंत रोकने के लिए मजबूर किया जा सके।
उन्होंने कहा कि नालंदा जिले के शिवनन्दन नगर में पासवान जाति के गरीब लोगों के खिलाफ बुलडोजर चलाए जाने का उदाहरण देते हुए कहा कि यह अकेला मामला नहीं है। पूरे राज्य में दलित और गरीब वर्गों पर ऐसे हमले लगातार बढ़ रहे हैं। उन्होंने सरकार से अपील की कि यह अविलंब रोका जाए और आम जनता की जमीन और आजीविका की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
फुटपाथ दुकानदारों की स्थिति का जिक्र करते हुए कुणाल ने बताया कि अतिक्रमण के नाम पर जिन दुकानदारों का विधिवत सर्वेक्षण किया गया और जिन्हें नगर निगम द्वारा वेंडिंग पहचान-पत्र जारी किया गया, उन्हें भी लगातार हटाया जा रहा है। पटना के न्यू मार्केट, महावीर मंदिर, वीणा सिनेमा और दक्षिण बुद्ध पार्क जैसे क्षेत्रों में बड़ी संख्या में सर्वेक्षित फुटपाथ दुकानदारों को हटाया गया है।
कुणाल ने कहा कि यह कार्रवाई गरीबों की आजीविका पर हमला है और इसे लोकतांत्रिक मूल्यों और संविधान के खिलाफ बताया। उन्होंने सरकार से मांग की कि इस तरह की कार्रवाई पर तत्काल रोक लगाई जाए और भविष्य में आम जनता के अधिकारों और जीवन सुरक्षा की रक्षा की जाए।
भाकपा–माले की यह पहल पूरे राज्य में गरीबों और दलितों के हक़ के लिए एकजुटता का प्रतीक है। 3 दिसंबर को होने वाले धरना और प्रदर्शन में सभी वर्गों के लोगों को शामिल होने का आह्वान किया गया है।
