बिहार विधान सभा चुनाव के लिए वोटिंग हो चुकी है। इसके परिणाम 14 नवंबर को आ जाएंगे। वोटिंग के बाद कई एग्जिट पोल सामने आए हैं। ज्यादातर एग्जिट पोल में महागठबंधन को पीछे और एनडीए को आगे बताया जा रहा है। लेकिन महागठबंधन की ओर सीएम फेस और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने दावा किया है कि वे 18 नवंबर को शपथ लेंगे। बता दें बिहार में दो चरणों में विधान सभा चुनाव 243 सीटों पर हुए हैं।
एग्जिट पोल पर नजर डालें तो दैनिक भास्कर ने एनडीए को 145 से160 सीटें दी हैं जबकि महागठबंधन को 73 से 91 सीटें दी हैं। अन्य को 4 से 10 सीटें दी हैं। कहा जा रहा है कि नीतीश सरकार के खिलाफ एंटी कंबैंसिंग नहीं रही। उनके काम काज को लोग पसंद कर रहे हैं। महिलाओं को 10 हजार रुपए योजना के नाम पर दिए गए इसका बड़ा असर हुआ। सरकार ने चुनाव से पहले 125 यूनिट बिजली फ्री कर दी, इससे स्मार्ट बिजली मीटर को लेकर जो आक्रोश था वह कम हो गया।
एग्जिट पोल में मैटराइज आईएएनएस ने एनडीए को 147-167 और महागठबंधन को 70-90 सीटें दी हैं। चाणक्या स्ट्रैटेजीज ने एनडीए को 130-238 और महागठबंधन को 100-108 सीटें दी हैं। पीपल्स प्लस ने एनडीए को 133-159 और महागठबंधन को 75-101 सीटें दी हैं। पीपल्स इनसाइट ने एनडीए को 133-148 और महागठबंधन को87-102 सीटें दी हैं।
इस सब के बीच चुनाव में किसी तरह की चुनावी हत्या नहीं हुई है। बिहार में किसी भी बूथ पर पुनर्मतदान नहीं होने जा रहा है।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि काउंटिंग स्लो कराया जाएगा। कहा कि 1995 से बेहतर फिड बैक मिल रहा है इस बार के चुनाव के बारे में
14 तारीख को रिजल्ट होगा और 18 को हम ओथ लेंगे। सर्वे केवल मनोवैज्ञानिक तौर पर चुनाव में लगे अधिकारी के दबाव में लाए गए हैं। एनडीए में यह घोषणा भी नहीं हुई कि आधिकारिक रुप से सीएम का चेहरा कौन होगा। पाकिस्तान में इस्लामाबाद को कब्जाने वाले गोदी मोडिया का सर्वे है। अधिकारियों पर काउंटिंग के दिन दबाव बनाने के लिए सर्वे कराया गया है। सर्वे का सैंपल साइज क्या है कोई नहीं बता रहा,सर्वे का मानक क्या है, नहीं बताया जा रहा। पीएमओ से जो तय होकर आता है, अमित शाह जो लिख कर देते हैं चैनल वाले को वही बयान देते हैं। 2020 की तुलना में 72 लाख लोगों ने ज्यादा मतदान किया है। अगर इसको 243 विधान सभा में बांटे तो 32 हजार 500 वोट हर विधान सभा में पड़े हैं। ये वोट नीतीश जी को बचाने के लिए नहीं सरकार बदलने के लिए पड़े हैं। यह वोट फॉर चेंज है। पूरा प्रयास होगा कि काउंटिंग की प्रक्रिया स्लो कर दी जाए। 2020 में बदलाव के लिए लोगों ने वोट किया था, बेईमानी हुई महज 12 हजार का अंतर रहा था।
तेजस्वी ने आगे कहा कि महागठबंधन की बहुत बड़ी जीत होने जा रही है। हमारे लोग वोट चोरी रोकेंगे, चाहे जो कुर्बानी देनी पड़ी, बेईमानी नहीं होने दी जाएगी। बिहार लोकतंत्र की जननी है यहां से लोकतंत्र को मिटने नहीं देंगे। ये सर्वे झारखंड, बंगाल हरा रहा था। 2024 में कह रहे थे टीटीएम चैनल की 400 आएगा मोदी को, गिरे कहां आकर किसी को पता नहीं। मनोवैज्ञानिक दबाव अधिकारियों पर डाल रहे हैं। इन गोदी मीडिया ने धर्मेन्द्र जी को मार दिया था। बीजेपी वालों ने श्रद्धांजलि दे दी थी। मालिक से लेकर काम करने वाले पत्रकार सभी जान रहे हैं। ये चुनाव बिहार में परिवर्तन का चुनाव है
18 तारीख को हम शपथ लेगें और नौकरी वाली सरकार आएगी और कलमराज स्थापित करेंगे।
