संवाददाता. पटना

राष्ट्रीय जनता दल की राज्य परिषद की बैठक पटना स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित की गई। लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव को इस बैठक में नहीं बुलाया गया। उन्होंने एक्स के जरिए चेतावनी दी ।

बैठक में आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के बाद तेजस्वी यादव ही मुख्यमंत्री बनेंगे और इसमें कोई बदलाव नहीं हो सकता। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने के लिए एकजुट होकर काम करें।

लालू यादव ने कहा कि पार्टी का 28 साल होने वाला है। सभी को इसलिए बधाई। सभी लोग मेहनत करें और RJD की सरकार बनाएं। नीतीश कुमार को हटाना है और अपनी सरकार बनाना है। किसानों को और गरीबों को आगे लाना है।

इस अवसर पर तेजस्वी यादव ने कहा कि कुछ दिन बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष का भी चुनाव है और मुझे पूरी उम्मीद है कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को राष्ट्रीय परिषद में भी जगह दी जाएगी। कहा कि लालू यादव ने जिस पार्टी आरजेडी की स्थापना की, उसका 5 जुलाई को 28 साल पूरा हो जाएगा। तेजस्वी यादव ने निर्विरोध चुने जाने पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल को बधाई दी। कहा कि मंगनी लाल मंडल जी ने कर्पूरी ठाकुर के साथ काम किया और लालू यादव के साथ मंत्री भी रहे। हमें उम्मीद है कि हम इनके नेतृत्व में आगामी विधान सभा चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे।

‘पूर्व प्रदेश अध्यक्ष को राष्ट्रीय परिषद में…’
तेजस्वी यादव ने कहा कि 20 साल से नीतीश कुमार सीएम है और NDA की सरकार है। लोग उनसे परेशान हो गए हैं। लोग चाहते हैं कि किसी भी तरीके से उन्हें बदला जाए। अब बिहार के बच्चे भी कह रहे है 2005 से 25, बहुत हुआ नीतीश। सीएम नीतीश, आयोग की बैठक में नहीं जाते हैं, लेकिन NDA की बैठक में जरूर जाते है।  नीतीश कुमार को सिर्फ कुर्सी से मतलब है। उन्होंने कहा कि हमने अपने शासन काल में कई काम किए, चाहे अस्पताल में छापेमारी हो, लोगों को रोजगार दिया हो या फिर बिगड़ती व्यवस्था को ठीक की हो। आज हम सरकार में नहीं हैं, लेकिन एक भी उपलब्धि बता दें जो उन्होंने किया हो। अब तो बिहार में  दो उप मुख्यमंत्री हैं, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ। ये लोग केवल कंपीटिशन करते हैं कि कौन लालू यादव और तेजस्वी यादव को गाली देगा।

तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू यादव जब रेल मंत्री थे तब रेल मंत्रालय को 90 हजार करोड़ का मुनाफा कराया था। गरीब भी एसी बोगी में सफर कर सकें इसके लिए गरीब रथ चलाया। हम एनडीए से पूछते हैं जो जमाई आयोग और दामाद आयोग वाले लोग हैं वो बताएं कि कल पीएम आ रहे हैं क्या वे बिहार को कोई स्पेशल पैकेज देने जा रहे है? आज मेरे सरकारी आवास के बाहर गोली चल रही है, वहीं दामाद आयोग वाले मंत्री जी का घर भी है। पटना के एसएसपी को तीन बार बदल दिया गया, फिर भी कुछ नहीं हो रहा है। संजय झा की दोनों बेटियों को सुप्रीम कोर्ट में सरकारी वकील बना दिया गया।

पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि सरकार में 20 साल से क्या हो रहा है! बच्चियों का बलात्कार हो रहा है, लेकिन सरकार नहीं समझ रही। पार्टी और तेजस्वी यादव खुद सुख और दुख में सबके साथ रहते हैं। बिहार में महाजंगलराज है। सभी जातियों को साथ लेकर चलें। सभी जाति के लोगों को पार्टी ने टिकट दिया है। उन्होंने कहा कि जिनका परिवार ही नहीं है वे परिवार को क्या जानेंगे और समझेंगे।

तेजप्रताप की चेतावनी

आरजेडी से निकाले जाने के 24 दिन बाद तेजप्रताप यादव ने चेतावनी भरे लहजे में बातें कहीं। गुरुवार को आरजेडी की राज्य परिषद की मीटिंग के बाद तेजप्रताप ने एक्स पर लिखा कि- ‘मेरी खामोशी को मेरी कमजोरी समझने की भूल करने वालो, ये मत समझना कि मुझे तुम्हारी साजिशों का पता नही, शुरुआत तुमने की है अंत मैं करूंगा। झूठ और फरेब के बनाए इस चक्रव्यूह को तोड़ने जा रहा हूं, तैयार रहना सच सामने आने वाला है, मेरी भूमिका मेरी प्यारी जनता और माननीय सर्वोच्च न्यायालय तय करेगा, कोई दल या परिवार नहीं।’ बता दें एक लड़की के साथ फोटो-वीडियो वायरल होने के बाद लालू यादव ने 26 मई को तेजप्रताप को पार्टी और परिवार से निकाल दिया था। तेज को पटना के ज्ञान भवन में आयोजित आरजेडी की राज्य परिषद की बैठक में नहीं बुलाया गया था।

लालू प्रसाद ने तेजप्रताप के बारे में एक्स पर लिखा था

‘निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमजोर करता है। ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है।अतएव उपरोक्त परिस्थितियों के चलते उसे पार्टी और परिवार से दूर करता हूं। अब से पार्टी और परिवार में उसकी किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं रहेगी। उसे पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया जाता है। अपने निजी जीवन का भला-बुरा और गुण-दोष देखने में वह स्वयं सक्षम है। उससे जो भी लोग संबंध रखेंगे वो स्वविवेक से निर्णय लें। लोकजीवन में लोकलाज का सदैव हिमायती रहा हूं।परिवार के आज्ञाकारी सदस्यों ने सार्वजनिक जीवन में इसी विचार को अंगीकार कर अनुसरण किया है।’

 

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