- 11 सदस्सीय शिष्टमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात कर हस्तक्षेप की मांग की
संवाददाता. पटना
मुजफ्फरपुर की बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या मामले को लेकर कांग्रेस के तेवर गरम हैं। पहले तो कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सहित कई नेताओं ने बच्ची के जल्द इलाज की लड़ाई पीएमसीएच जाकर लड़ी और अब कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ता अब सड़क पर उतर आए। बुधवार को बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के आवास को घेरा। कांग्रेस के कई कार्यकर्ता बड़े-बड़े बैनर लेकर अचानक मंगल पांडेय के आवास के सामने पहुंच गए और स्वास्थ्य मंत्री को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके इस्तीफे की मांग करने की। इन सभी ने खूब नारेबाजी की।
कार्यकर्ता इस तरह से उग्र हो गए कि पुलिस और कांग्रेसी कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंगल पांडेय के आवास पर लगे नेम प्लेस पर गोबर फेंक दिया। पोस्टर में लगी उनकी तस्वीर पर कालिख तक पोती।
बुधवार को ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम के नेतृत्व में 11 सदस्यीय शिष्टमंडल ने राजभावन जाकर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात की और राज्यपाल को एक ज्ञापन भी सौंपा। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से पूरे मामले में हस्तक्षेप की मांग की।
क्यों है कांग्रेस उग्र
मुजफ्फरपुर के कुढ़नी में 9 साल की दलित नाबालिग से दुष्कर्म की घटना को 26 मई को अंजाम दिया गया था। बर्बरता की हद पार करते हुए उसके गले और पेट में चाकू से वार भी किया गया था। आखिरकार 1 जून को पटना के पीएमसीएच में उसकी मौत हो गई थी। पीएमसीएच पर लापरवाही का आरोप लगाया गया। पीएमसीएच के उपाधीक्षक पर कार्रवाई भी की गई। लेकिन कांग्रेस स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के इस्तीफे की मांग पर अड़ी हुई है।
