संवाददाता. पटना
प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिंहा की दाह- संस्कार आज गुरुवार को पटना के गुल्बी घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया गया। अंतिम यात्रा के समय उनका आखिरी छठ गीत बजाया गया। पुत्र अंशुमन ने उन्हें मुखाग्नि दी। उनका निधन दिल्ली एम्स में मंगलवार की रात 72 साल की उम्र में हो गया।
शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमान सिन्हा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी,आप सब की प्रार्थना और प्यार हमेशा मां के साथ रहेंगे. मां को छठी मईया ने अपने पास बुला लिया है। मां अब शारीरिक रूप में हम सब के बीच नहीं।
डेढ़ महीने पहले ही 22 सितंबर को शारदा सिन्हा के पति बृजकिशोर सिन्हा का निधन ब्रेन हेमरेज के कारण हो गया था। उसके बाद से शारदा सिन्हा सदमे में थी। शारदा सिन्हा 2018 से मल्टिपल मायलोमा से जूझ रही थीं। यह एक तरह का ब्लड कैंसर है, इसमें बोन मैरो में प्लाज्मा सेल अनियंत्रित तरीके से बढ़ता है। हड्डियों में ट्यूमर्स बनने लगते हैं।
शारदा सिन्हा ने लोकगीत तो गाए ही फिल्मों के लिए भी गीत गाए। उनके गाए लोकगीत जन मानस में रचे बसे हुए हैं। छठ गीतों ने काफी ख्याति दी।
उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा- सुप्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है. उनके गाए मैथिली और भोजपुरी के लोकगीत पिछले कई दशकों से बेहद लोकप्रिय रहे हैं। आस्था के महापर्व छठ से जुड़े उनके सुमधुर गीतों की गूंज भी सदैव बनी रहेगी। उनका जाना संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति!”
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है- शारदा सिन्हा के छठ महापर्व पर सुरीली आवाज़ में गाए मधुर गाने बिहार और उत्तर प्रदेश समेत देश के सभी भागों में गूंजा करते हैं। उनके निधन से संगीत के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।
आरजेडी के राष्ट्रीय लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती राबड़ी देवी और तेजस्वी प्रसाद यादव ने निधन पर गहरी शोक जताया है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सोशल मीडिया पर लिखा- मधुर आवाज के लिए प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन की खबर बेहद दुखद है। उनके शोकाकुल परिजनों एवं प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।