संवाददाता. पटना
बिहार विधान सभा चुनाव में फर्स्ट फेज की 121 सीटों पर वोटिंग परसेंटेज 64.46 परसेंट ने लोगों को चौंका दिया है। आजादी के बाद पहली बार 65 फीसदी वोटिंग बिहार में दिखी है।अब इंतजार है कि क्या दूसरे फेज में भी इसी तरह का ही वोटिंग परसेंटेज रहेगा क्या? 6 नवंबर को हुई वोटिंग परसेंटेज अधिक होने की वजह एसआईआर और छठ के ठीक बाद वोटिंग के होने को मुख्य रुप से बताया जा रहा है। एक्सपर्ट बताते हैं कि एसआईआर में काफी नाम हटाए गए हैं। दूसरी बात यह कि एसआईआर के बारे में विपक्ष ने कहा कि वोट के अधिकार से लोगों को वंचित किया जा रहा है, लोगों को कई सरकारी सुविधाओ से भी वंचित किया जाएगा, जमीनों पर आफत आएगी। इस सब से ये मैसेज गया कि वोट करना बहुत जरूरी है। जो लोग दिवाली, छठ के समय बिहार आए उनमें से काफी लोग वापस दिल्ली,मुंबई लौट गए लेकिन बड़ी संख्या में लोग वोट करने के लिए रुक गए।
इस बढ़े हुए वोटिंग परसेंटेज को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष का आकलन अपने-अपने तरह का है। दोनों को लग रहा है कि बढ़ा हुआ वोटिंग परसेंटेज उनके हक में रहेगा।
इस चुनाव में सड़क, पानी, बिजली जैसे मूलभूत मुद्दे गायब रहे, इनकी जगह मुद्दा रहा बेहतर शिक्षा व्यवस्था होनी चाहिए और लोगों को नौकरी, रोजगार दे सरकार। महिलाओं ने भी अपने लिए नौकरी की चाहत दिखाई कि नीतीश सरकार ने महिलाओं को नौकरियां दीं हैं उन्हें महिलाओं को और आगे बढ़ाना चाहिए। महिलआों ने काफी संख्या में वोट किया है और इसे नीतीश सरकार के लिए शुभ संकेत माना जा रहा है। वोटिंग से पहले सरकार ने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत 10 हजार रुए दिए हैं। अनुमान है कि जिन महिलाओं को 10 हजार मिले हैं वह तो एनडीए को वोट दे रही हैं लेकिन जिन्हें नहीं मिला वे नाराज रहीं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने बताया कि पहले चरण के मतदान के दौरान आयोग को कुल 143 शिकायतें मिलीं, जिनका निपटारा किया गया। उन्होंने कहा कि मतदान शांतिपूर्ण रहा और कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। कुछ स्थानों पर मतदाताओं ने स्थानीय समस्याओं को लेकर वोट का बहिष्कार किया। बक्सर के ब्रह्मपुर में मतदान केंद्र संख्या 56, फतुहा के केंद्र संख्या 165 और 166, लखीसराय के सूर्यगढ़ा में केंद्र संख्या 1, 2 और 5 पर लोगों ने मतदान नहीं किया। मुजफ्फरपुर के बेनीबाद थाना के सुभाष कुनई गांव में पुल निर्माण नहीं होने के विरोध में मतदान केंद्र संख्या 161, 162 और 170 पर मतदाताओं ने वोट का बहिष्कार किया। मनियारी थाना क्षेत्र के मधौल गांव के केंद्र संख्या 113, 114 और 115 पर श्मशान घाट निर्माण नहीं होने के कारण लोग मतदान से दूरी बनाते दिखे। पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और समझाने के बाद वोटिंग शुरू कराया जा सका।
दरभंगा में तिलकेश्वर थाना के सुधराईन इलाके में 20 किलोमीटर की सड़क नहीं बनने से लोग नाराज रहे। केंद्र संख्या 284, 285, 286 और 287 पर वोटिंग का बहिष्कार किया गया। प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद केंद्र 284 और 285 पर एक-एक वोट, जबकि 286 और 287 पर दो-दो वोट ही पड़े।
