- वे बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के रहने वाले थे और 1985 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी थे
संवाददाता.
बिहार में कोरोना से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। राज्य के सबसे बड़े अफसर मुख्य सचिव अरूण कुमार सिंह को भी बचाया नहीं जा सका। मल्टी ऑर्गन फेल्योर की वजह से उनकी जान चली गई। उनके ज्यदातर महत्वपूर्ण अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। पिछले करीब 15 दिनों से पटना के पारस अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। उनके निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरा शोक जताया है। मुख्यमंत्री जब कोरोना संक्रमण से निबटन के उपाय पर कैबिनेट मीटिंग कर रहे थे उसी समय यह खबर उन्हें मिली।
अरुण कुमार सिंह ने इसी साल 27 फरवरी, 2021 को मुख्य सचिव की जिम्मेदारी संभाली थी। इससे पहले वे विकास आयुक्त के पद पर थे। वरीयता के अनुसार उन्हें दीपक कुमार के बाद मुख्य सचिव बनााया गया था। वे बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के रहने वाले थे और 1985 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी थे। इसी साल 31 अगस्त को उन्हें अपने पद से रिटायर होना था।
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने बिहार के मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह के असामयिक निधन पा गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वे एक योग्य, अनुभवी प्रशासनिक अधिकारी थे। कोरोना ने आखिरकार बिहार को करारा झटका दिया और हम सब से एक योग्य वरिष्ठ अधिकारी को छीन लिया।। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ऐसी दुख की घड़ी मे मैं स्वयं और मेरा पूरा दल राजद शोक संपत परिवार के साथ खड़ा है।