बिहार में टोटल नी रिप्लेसमेंट और हिप रिप्लेसमेंट की शुरुआत का श्रेय उन्हीं को जाता है

वैक्सीन की दोनों डोज उन्होंने ली थी और मरीजों का ऑपरेशन कर रहे थे

संवाददाता.

जाने-माने हड्डी एवं नस रोग विशेषज्ञ डॉ. शत्रुघ्न राम नहीं रहे। उन्हें निमोनिया हो गया था। 21अप्रैल को साई हॉस्टपीटल में और उसके बाद 29 अप्रैल को रूबन हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया जहां देर रात उनका हर्ट अटैक से निधन हो गया। वे 72 वर्ष के थे। कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके थे। मरीजों का ऑपरेशन आदि भी कर रहे थे। लेकिन 21 अप्रैल से अस्पताल में थे। मूल रूप से सहरसा के ग्वालपाड़ा के रहनेवाले थे।

लंदन की प्रतिष्ठत नौकरी छोड़ पटना में बस गए थे

इंग्लैंड में काफी अच्छे पद पर रहने के बावजूद वहां की नौकरी छोड़कर 1999 में वे पटना के राजेन्द्र नगर में आकर बस गए थे। बिहार में हड्डी और नस रोग की उन्नत सुविधा उपलब्ध कराने की इच्छा की वजह से ही वे इंग्लैंड से वापस लौटे थे। तब आर्थोपेडिक सर्जरी से जुड़े कई टूल्स इंग्लैंड से ही लाए थे। बिहार में ‘ टोटल नी रिप्लेसमेंट ‘ और ‘ हिप रिप्लेसमेंट ‘ की शुरुआत करने का श्रेय उन्हें जाता है। इन्होंने वर्ष 2000 में दोनों रिपलेसमेंट की शुरुआत बिहार में की थी जिसका फायदा सैकड़ों मरीजों को मिला।

मेडिकिल टेप से बच्चों के टेढ़े पैर ठीक करने की खोज की

आर्थोपेडिक सर्जरी में FRCS होने के बावजूद इन्होंने अपने बेटे अमित रौशन के साथ मिलकर छोटे बच्चों के जन्मजात टेढे़ पैरों (टेलपीस) को बिना सर्जरी के टेप लपेटकर ठीक करने की तकनीक खोजी। दो साल तक के बच्चों को  ‘ राम्स टेपिंग ‘  लगाकर वे ठीक करते थे। इसके लिए बिहार के बाहर के राज्यों से इनके पास मरीज आते थे। साल भर के बच्चों को 6 टेपिंग कर बिना ऑपरेशन पैर सीधा कर देते थे। दुर्घटना के शिकार मरीजों की रीढ़ की उन्नत चिकित्सा के लिए भी लोग उनके पास आते थे। ट्रांस पेडिकुलर फिक्सेसन से कई मरीजों को चलने लायक इन्होंने बनाया। राम्स टेपिंग से जुड़ा रिसर्च पेपर भी इंटरनेशनल जर्नल ‘ The Bone & Joint Jounnal ‘ में प्रकाशित हुआ था।

बेटा अमित रौशन कैम्ब्रिज हॉस्पीटल यूके में प्लास्टिक सर्जन, वे 5 दिन पहले पटना आए

उनके  पुत्र अमित रौशन कैम्ब्रिज हॉस्पीटल यूके में प्लास्टिक सर्जन हैं और कैंसर मरीजों के रिकंस्ट्रंक्शन विशेषज्ञ हैं। उन्हें प्रतिष्ठित हंटेरियन अवार्ड मिल चुका है। अमित पांच दिन पहले पटना आ गए थे। पटना में डॉ. शत्रुघ्न राम का अंतिम संस्कार उन्होंने ही किया। उनकी पत्नी डॉ. किरण राम ने जानकारी दी कि बड़ी बेटी रश्मि, लंदन में पेडियाट्रिक हैं और छोटी बेटी रजनी कैलिफोर्नियां में अमेजन की मैनेजर हैं। दोनों बेटियां एक मई को पटना आएंगी।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *