- स्मिता पराशर ने लॉक डाउन में मास्क का कारोबार चमकाया, 30 महिलाओं को भी इससे जोड़ा
प्रणय प्रियंवद. पटना
समय आजादी के जश्न का है और अभिव्यक्ति की आजादी पर सवाल है। मुंह बंद करने के लिए कई तरह के हथकंडे हैं। इस सब से अलग हम यहां बात करेंगे मुंह बंद रखने वाले वैसे मास्क की जो कोरोना से बचाते हैं। आजादी के जश्न वाले मास्क की। यह मास्क तैयार किया है पटना की आस्टिस्ट स्मिता पराशर और उनकी टीम ने। कोरोना वाले लॉक डाउन के समय में जब नौकरियां जा रही हैं, स्मिता पराशर ने 30 महिलाओं को रोजगार से जोड़ा। इन महिलाओं ने मिलकर मास्क बनाना शुरु कुया और मास्क बनाने का नया कारोबार चल निकला। स्मिता के पास फोन आ रहे हैं 500 मास्क आज दे सकते हैं आप क्या ? वह जवाब देती हैं हां शाम तक मिल जाएगा। कुछ मास्क तो उन्होंने बनवा कर रखा है और कुछ ऑर्डर पर बनवाती हैं।
स्मिता बेसिकली आर्टिस्ट हैं और इन्होंने पटना आर्ट कॉलेज से बीएफए किया है। इसके बाद चंडीगढ़ से एमएफए किया। बुद्ध सीरीज और गंगा सीरीज में कई बेहतरीन पेटिंग इन्होंने बनाई है। बुद्ध सीरीज की पेंटिग में तीन रंग खास हैं- येलो, ब्रंट साइना और ब्लू। स्मिता की पेंटिंग की खासियत यह है कि ज्यादातर में आपको वीमेन विद नेचर या वूमेन इंपावरमेंट जरूर दिखता है। इस पर बात फिर कभी विस्तार से करूंगा।
इनके पास जिन मास्क की डिमांड सबसे ज्यादा है वह है तिरंगे झंडे को दिखाता मास्क। इसके अलावा मधुबनी पेंटिंग, मजूषा कला, वर्ली आर्ट और फाइन आर्ट वाले मास्क लोग ज्यादा पसंद कर रहे हैं। स्मिता बताती हैं कि इसकी कीमत 50 से 70 रुपए है। पिछले दिनों भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मधुबनी पेंटिंग वाले मास्क की तारीफ भी की थी। लोग मास्क पर लोक कला बनवाना खूब पसंद कर रहे हैं। यह लोक कला भारत को जोड़ती है। भारत की आजादी की कहानी इससे भी जुड़ती है।