संवाददाताा.
कोविड-19 को नियंत्रित करने के मामले में देश- दुनिया में बिहार सरकार कि किरकिरी हो रही है। इसको देखते हुए सरकार ने प्रधान स्वास्थ्य सचिव उदय सिंह कुमावत का ट्रांसफर बिहार राज्य योजना पर्षद में कर दिया है। 1993 बैच के आइएएस कुमावत बिहार राज्य योजना पर्षद में अगले आदेश तक के लिए परामर्शी बनाए गए है। अब स्वास्थ्य विभाग के नए प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत बनाए गए हैं।
इस संबंध में सोमवार को सामान्य प्रशासन विभाग ने अधिसूचना जारी की। 1991 बैच के आइएएस प्रत्यय अमृत अगले आदेश तक आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव के अतिरिक्त प्रभार में भी पूर्ववत बने रहेंगे। प्रत्यय अमृत को बिहार स्टेट पावर (होल्डिंग) कंपनी लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक के अतिरिक्त प्रभार से उन्हें मुक्त कर दिया गया है।
बता दें कि कोरोना संकट के बीच दूसरी बार स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव का ट्रांसफर किया गया है। इससे पहले 20 मई, 2020 को तत्कालीन प्रधान सचिव संजय कुमार का ट्रांसफर करते हुए उदय सिंह कुमावत को जिम्मेदारी सौंपी गयी थी। मई माह के तीसरे सप्ताह में प्रधान सचिव का पदभार संभालनेवाले कुमावत का तबादला करीब ढाई माह बाद ही कर दिया गया। डॉक्टरों के संगठन आईएमए ने भी कुमावत की लिखित शिकायत मुख्यमंत्री से की थी।
श्रम संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव सुधीर कुमार का तबादला बिहार राज्य योजना पर्षद के मुख्य परामर्शी के पद पर किया गया है। 1988 बैच के आइएएस सुधीर कुमार के पास सामान्य प्रशासन विभाग के जांच आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार पूर्ववत की तरह ही रहेगा। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापसी के बाद पदस्थापन की प्रतीक्षा कर रहे 1993 बैच के आइएएस मिहिर कुमार सिंह को अगले आदेश तक के लिए श्रम संसाधन विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया है। 1985 बैच के आइएएस सह बिहार के विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह को अगले आदेश तक के लिए बिहार लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास संस्थान के महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
वित्त विभाग के प्रधान सचिव 1991 बैच के आइएएस एस सिद्धार्थ को अगले आदेश तक के लिए उद्योग विभाग के प्रधान सचिव का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। आइएएस नर्मदेश्वर लाल उद्योग विभाग के सचिव पद पर बने रहेंगे।
जल संसाधन विभाग के सचिव 1997 बैच के आइएएस संजीव हंस को मिले स्वास्थ्य विभाग के सचिव और सामान्य प्रशासन विभाग के जांच आयुक्त के पद के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया गया है। उन्हें बिहार स्टेट पावर (होल्डिंग) कंपनी लिमिटेड का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।