संवाददाता.
सेंसर लगाने, अलर्ट करने के बावजूद बिहार में वज्रपात से मरने वालों का सिलसिला जारी है। मंगलवार को बांका के अलग-अलग थाना क्षेत्र में वज्रपात से सात लोगों की मौत हो गयी, जिसमें दो महिलाएं भी शामिल है। जानकारी के अनुसार शंभुगंज भरतशीला के रविंद्र यादव (75) खेत में काम कर रहे थे। इस दौरान वज्रपात की चपेट में आकर दम तोड़ दिया। इसी थाना क्षेत्र के गढ़ी मोहनपुर का सुजीत कुमार (38) पिता स्व. बनारसी सिंह वज्रपात से गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। परिजन उन्हें अस्पताल ले जा रहे थे कि तभी रास्ते में ही सुजीत ने दम तोड़ दिया। इसी थाना क्षेत्र के बिरनौधा गांव की महिला गीता देवी (50) पति शंभु साह की मौत वज्रपात से हो गई। महिला धानरोपनी का काम कर रही थी। धोरैया थाना क्षेत्र के विशनुपर पंचायत अंतर्गत रणगांव बुजूर्ग गांव निवासी फैयाज आलम (35) पिता मो. मोसिर भी खेत में काम कर रहा थे और वज्रपात की चपेट में आकर दम तोड़ दिया। बेलहर थाना क्षेत्र के चौरा गांव निवासी राजेंद्र दास उर्फ नाजो दास (48) खेत में मजदूरी कर रहे थे और इसी बीच आकाशीय बिजली की चपेट में आकर मौके पर ही दम तोड़ दिया। इसके अलावा कटोरिया ढाकोडीह निवासी अनिरुद्ध यादव (28) पिता मथुरी यादव जो बांका छत्रपाल पंचातय के कुकुरगोड़ा बहियार में काम कर रहे थे और वज्रपात से मौके पर ही मौत हो गयी।
बाराहाट की भिति गांव निवासी अंजनी देवी (25) पति बदरी मांझी की मौत वज्रपात से हो गई। वह ससुराल से मायके आ रही थी। इनकी मौत बाराहाट पीएचसी में इलाज के दौरान हो गयई। इसके अलावा एक दर्जन से अधिक लोग वज्रपात की चपेट में आने से बुरी तरीके से जख्मी हो गए हैं। इसमें सर्वाधिक 8 जख्मी महिला बाराहाट थाना क्षेत्र की हैं, जबकि, धोरैया थाना क्षेत्र के तीन व चांदन थाना क्षेत्र से एक व्यक्ति जख्मी हैं।