पटना.
आरजेडी की कार्यप्रणाली पर चर्चित आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने फिर से सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा है कि पार्टी में विवादित और न जाने कहां- कहां से ‘अजनबी चेहरे’ लाए जा रहे हैं। मेहनती और समर्पित कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर ऐसे लोगों को एंट्री दी जा रही है, जिनके बारे में कोई जानता तक नहीं हैं। क्या सिर्फ पैसा वाला होना ही योग्यता है?
पार्टी छोड़कर जाने वाले एमएलसी के बारे में उन्होंने कहा कि एक- दो को छोड़कर सभी धनपति थे। जनता इनको पहचानती तक नहीं है। कहा कि ऐसी पार्टियां जो एक्सचेंज के आधार पर एमएलए और एमएलसी बना रही हैं, वे सभी निंदा की पात्र हैं। डॉ रघुवंश ने जिस दिन पार्टी के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था, उसी रात आरजेडी ने कह दिया था कि नैतिकता के आधार पर रामा सिंह को पार्टी में एंट्री नहीं मिलनी चाहिए। पार्टी में तमाम गड़बड़ियां चल रही हैं. साथ में यह भी बता दिया था कि इस मामले में जनता के बीच खरीद-फरोख्त होने की बातें की जा रही हैं। इन सवालों का जवाब कैसे दिया जायेगा?
रघुवंश ने कहा कि नैतिकता के ग्राउंड पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मेरे किसी सवाल का संतोषजनक जवाब नहीं दिया है। कहा था कि ठीक है, इस पर बात करेंगे। हालांकि, मैं अभी पार्टी के निर्णय का इंतजार कर रहा हूं। दरअसल मेरे सामने धर्मसंकट है। जिस व्यक्ति (लालू प्रसाद) के साथ लंबा साथ रहा है, अभी वह जेल में हैं। मुझे उनका साथ देना चाहिए, लेकिन जब हद से ज्यादा बात बढ़ गयी तो मुझे स्टैंड लेना पड़ा।
उन्होंने कहा कि, मैंने जीवन भर राजनीतिक शुचिता का पालन किया है। मैं अपनी प्रतिष्ठा को कायम रखने के लिए पूरी ताकत लगा दूंगा। मेरे ही संसदीय क्षेत्र के विवादित व्यक्ति की एंट्री मुझसे बिना पूछे की जा जाये, इसका क्या मायने है?