पटना
बिहार में वज्रपात की पूर्व सूचना के इंतजाम के बावजूद वज्रपात से लोगों की जान नहीं बचायी जा सक रही। एक दिन की बारिश और वज्रपात ने 103 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। सवाल यह उठ रहा है कि पूर्व सूचना समय पर क्यों नहीं व्यक्ति तक पहुंच पा रही।
बिहार में गुरुवार को हुई बारिश और ठनका गिरने से 103 लोगों की मौत हो गई। तीन दर्जन से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है। मरने वालों में ज्यादातर खेती-किसानी से जुड़े लोग हैं। आपदा प्रबंधन विभाग ने 83 लोगों की ही मौत की पुष्टि की है। सबसे ज्यादा 13 लोगों की मौत गोपालगंज में हुई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए मुआवजा देने का निर्देश दिया है।
गोपालगंज में वज्रपात से चार महिलाओं और एक इंजीनियरिंग के छात्र समेत 13 लोगों की मौत हो गयी जबकि 14 किसान झुलसकर गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं। मृतकों में बरौली के चार, थावे व उचकागांव के दो-दो, हथुआ, कटेया, विजयीपुर, बैकुंठपुर और मांझा के एक-एक व्यक्ति शामिल हैं। सीवान जिले में वज्रपात से सात लोगों की मौत हो गई और चार लोग जख्मी हो गए.
मृतकों में हुसैनगंज के दो, हसनुपरा, मैरवा, बड़हरिया, गुठनी व लकड़ीनबीगंज के एक-एक व्यक्ति शामिल हैं। सारण जिले के बनियापुर थाने के तख्त भिठ्ठी गांव में एक किशोरी की मौत हो गई और एक बच्चा घायल हो गया। जहानाबाद के मखदुमपुर प्रखंड के बिजलीपुर गांव में एक युवक और घोसी प्रखंड के साहोबिगहा पुराना टोला गांव में ठनका गिरने से एक व्यक्ति की मौत की सूचना है। बक्सर के सिकरौल थाना के बसांव कला गांव में एक व्यक्ति की मौत हो गई. उत्तर बिहार में ठनका गिरने से 25 लोगों की जान गई है, जबकि एक दर्जन लोग झुलस गए हैं। मधुबनी में आठ लोगों की मौत हो गई। यहां फुलपरास के सुगापट्टी के तीन लोग एक ही परिवार के हैं जिनकी मौत हुई है। घोघरडीहा के बेलहा गांव में एक दंपती की मौत हुई है।
वज्रपात से मौत के आंकड़े पर गौर कीजिए
बिहार में वज्रपात से हर साल औसतन होती है 248 लोगों की मौत
बिहार में वज्रपात से कहां कितने लोगों की मौत
गोपालगंज 13
पूर्णिया 09
नवादा 08
मधुबनी 08
भागलपुर 08
औरंगाबाद 08
सीवान 07
पूर्वी चंपारण 05
दरभंगा 05
बांका 05
खगड़िया 03
जमुई 03
प. चंपारण 02
समस्तीपुर 02
किशनगंज 02
जहानाबाद 02
सीतामढ़ी 02
सुपौल 02
कैमूर 02
बक्सर 02
शिवहर 01
सारण 01
मधेपुरा 01
सहरसा 01
अररिया 01
कुल 103
पिछले 10 सालों में 2480 लोगों की मौत वज्रपात से हो चुकी है।
वर्ष मौत
2011 197
2012 232
2013 273
2014 186
2015 158
2016 243
2017 514
2018 302
2019 221
2020 154